रेड जोन राज्य से पैदल चलते छत्तीसगढ़ पहुँचे 12 मजदूर.. सूचना के बाद मचा हड़कंप.. प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर

जांजगीर-चांपा. महाराष्ट्र इन दिनो रेड़ जोन मे है. जहां सैकडो की संख्या मे कोरोना वायरस केस सामने आये हैं. छत्तसीगढ के भी प्रत्येक शहर के सीमा में जिला प्रशासन ने कोरोना महामारी के चलते हर चौक-चौराहो में बेरीकेटस लगाकर प्रत्येक बाहर से आने-जाने वालो की पुछ परख कर रही हैं. वहां दर्जनो पुलिस जवानो की डुयूटी भी लगी हुई है.

इसके बावजुद कल दोपहर 4 बजे. 12 मजदूर महाराष्ट्र के नागपुर से पैदल चलते शहर के अंदर प्रवेश कर गये. लेकिन किसी ने उन्हे नही रोका,. जांजगीर चांपा जिला अभी तक कोरोना वायरस से बचा हुआ है. यहां अभी तक एक भी केस सामने नही आया है. मंगलवार दोपहर 4 बजे महाराष्ट्र, नागपुर से मजदुरी का काम करने वाले 12 मजदूर पैदल अपने घर रांची जाते. जांजगीर पहुंचे. जहां लिंक रोड पर पहुचते ही लोगो ने प्रशासन को सूचना दी.

सूचना पर मौके पर पहुचकर मजूदरो को रोक कर पुछताछ कर जांच कराकर भोजन की व्यवस्था कराया. मजूदरो ने बताया कि वे नागपुर में हास्पिटल निर्माण कार्य में मजूदरी का काम करते हैं. लॅाकडाउन के कारण काम बंद होने कर वजह से काम नही होने के कारण वापस अपने घर रांची जाने के लिए निकले हैं. 18 अप्रैल से पैदल नागपुर से निकले आज जांजगीर पहुंचे है. जिला प्रशासन इस तरह 12 मजदूरो के शहर प्रवेश करते हुए अलर्ट हो गया है.

अगर किसी मजदूर मेे किसी प्रकार संक्रमण होते और किसी भी दुकान संचालक व लोगो के संपर्क आते तो खतरा था. इसी तरह एक केस सरगुजा के सूरजपुर मे आया है, जहा एक मजदूर नागपुर से यहां पहुंचा था. जहां मजदूर का टेस्ट कराया गया, टेस्ट के बाद केस पॅाजेटिव आया. इस तरह मजदूर के टेस्ट पाॅजेटिव आने सरगुजा में जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है.

जांजगीर चांपा जिला प्रशासन भी इन सभी घटना को देखते हुए अलर्ट हो गया..और सभी मजूदरो को अलग से खाना खिलाकर बाद मे सभी मजदूरो का स्वास्थ्य जांच करा कर. उन्हे अपने घर के लिए रवाना किया गया.