जांजगीर चांपा। हसदेव एक्सप्रेस की चाल इन दिनो लोकल से भी बदतर हो गई है। एक्सप्रेस का किराया देने के बावजूद यात्रियों को सुविधा लोकल वाली मिल रही है। यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्री खासा परेशान है। यात्री ट्रेनें 1-2 घंटे लेट चल रही है। लगभग हर ट्रेनों का यही हाल है। हसदेव एक्सप्रेस का परिचालन काफी संघर्ष के बाद शुरू किया गया था। यह ट्रेन सुबह 6.40 बजे कोरबा से छूटकर 10.30 बजे रायपुर पहुंचती है। वापसी के लिए यह टे्रन रायपुर से शाम 6.05 बजे छूटकर कोरबा 10.16 तक पहुचंती है, लेकिन वर्तमान में इस ट्रेन की रफ्तार लोकल की चाल पर चल रही है। हसदेव एक्सप्रेस लगगभग रोजाना ही एक-दो घंटे विलंब से कोरबा पहुंचती है। रविवार की रात यह ट्रेन 10.16 की बजाए लगभग 12 बजे कोरबा पहुंची थी। यह ट्रेन रोजाना ही लेट हो रही है। इस ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों को स्टेशन से वापस घर जाने के लिए रात के समय कोई साधन नहीं मिलता, जिसके कारण उन्हें ऑटो वालों का अनाप-शनाप किराया देना पड़ता है। ट्रेन की लेटलतीफी से लोगों का गुस्सा फूट रहा है।