बिलासपुर। स्वर्गीय श्री कृष्ण कुमार तिवारी जी की स्मृति में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आज समापन सीएमडी महाविद्यालय प्रांगण में छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरण दास महंत संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे द्वारा की गई मंगला आरती के साथ संपन्न हुआ अतिथियों ने प्रारंभ में स्वामी श्री चिन्मयानंद जी महाराज बापू से आशीर्वाद प्राप्त किया इस अवसर पर अभिनव अनुराग तिवारी श्रीमती स्मिता तिवारी धीरेंद्र बाजपेई एवं परिवार प्रिंस भाटिया परिवार मंच पर उपस्थित रहे! आज भागवत कथा के समापन के अवसर पर बापू श्री चिन्मयानंद स्वामी जी ने कल्कि रुक्मणी विवाह के बाद की कथा का प्रारंभ करते हुए कहा कि जो कोई श्रीमद भागवत कथा का श्रवण करे, घर में गाय व तुलसी का महत्व समझे और घर में श्रीमद् भागवत ग्रंथ रखे, उसे दैविक, दैहिक और भौतिक ताप से मुक्ति मिल जाती है। कथा भी यज्ञ है इस यज्ञ का प्रतिफल कराने वाले सुनने वाले दोनों को मिलता है। भागवत कथा के सारांश उपसंहार भगवान श्री कृष्ण की सोलह हजार एक सौ आठ रानियों व इनसे विवाह के पीछे के वास्तविक दर्शन, भगवान कृष्ण के द्वारका में राजपाठ, सुदामा से मित्रता, सुदामा की दरिद्रता के हरण प्रसंगों की कथा सुनाकर महोत्सव को विराम दिया गया। बापू ने सात दिनों तक भागवत के विभिन्न प्रसंगों को संगीतमय प्रकृति से श्रोताओं को मुग्ध कर दिया। सीएमडी महाविद्यालय परिसर में श्री राधे-राधे की गूंज से वृंदावन धाम का अनुभव होता रहा। कथा का विश्राम भव्य रूप से किया गया। बापू ने सुदामा चरित्र की कथा सुनाते हुए कहा कि नरकासुर ने कन्याओं को कैद कर रखा था। भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया। इसके बाद कन्याओं को कैद से मुक्त कराया और सभी कन्याओं को प|ी के रूप में स्वीकार किया। वहीं स्यमंतक मणि की कथा सुनाते हुए कहा कि श्रीकृष्ण पर एक बार मणि चोरी करने का आरोप लगा था, भगवान ने उस मणि को जामवंत से प्राप्त करके वापस राजा प्रसेन को दिया। इसके बाद जामवती के साथ विवाह हो गया। शुकदेव जी ने परीक्षित को बताया कि भगवान की कथा को श्रद्धा और विश्वास के साथ इस प्रकार से सुनें तो सात दिनों के अंदर श्रोता भगवान को स्वयं प्राप्त कर सकते हैं। सात दिवसीय चली इस भव कथा के लिए तिवारी परिवार श्री धीरेंद्र बाजपेई एवं परिवार श्री प्रिंस भाटिया भाई राजा अवस्थी सहित उनके सभी स्नेही जनों मित्र गणों का स्वागत वंदन अभिनंदन शानदार जानदार व्यवस्था के साथ गरिमा पूर्ण माहौल में संपन्न हुई ।