लिपिकों के हड़ताल से कलेक्ट्रेट सहित जिले भर के सभी कार्यालयों में सरकारी कामकाज पूरी तरह प्रभावित,,,,,

 

लिपिको की हडताल शुरू
जांजगीर-चाम्पा. विगत 37 वर्षों से लंबित लिपिको की वेतन विसंगति दूर करने एवं चार स्तरीय पदोन्नत वेतनमान की माँग को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के नेतृत्व में लिपिक आंदोलन के पंचम चरण में जिले के समस्त लिपिक दो दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल पर हैं।

जिला मुख्यालय में आज समस्त तहसीलो के सैकडों लिपिक धरने में बैठकर सरकार के कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ हल्ला बोल कर रहे हैं। मूसलाधार बारिश के बावजूद लिपिकों ने पूरे उत्साह से हड़ताल में भाग लिया। लिपिकों की हड़ताल से कलेक्ट्रेट सहित जिले भर के सभी कार्यालयों में सरकारी कामकाज पूरी तरह प्रभावित हुआ। समस्त बैठक एवं राजस्व मामलो में तिथि बढा दी गयी है।

ज्ञात हो कि प्रदेश भर के लिपिक विगत 11 मई से ही चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। प्रथम चरण में 11 मई को कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन, द्वितीय चरण में आयुक्त के माध्यम से ज्ञापन, तृतीय चरण में 1 जून से 26 तक काली पट्टी लगाकर प्रदर्शन, चतुर्थ चरण में 27 जून को एक दिवस का सामूहिक अवकाश लेकर प्रदर्शन किया गया। इसके बावजूद सरकार के द्वारा कोई पहल नही की गई। आंदोलन के पंचम चरण में 26 एवं 27 जुलाई को दो दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। यदि इसी प्रकार शासन के व्दारा संवादहीनता की स्थिति बनाए रखी जायेगी और सार्थक पहल नही की गयी तो उसके बाद प्रदेश में समस्त लिपिक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे ।
लिपिको की मांग को जायज मानते हुये छत्तीसगढ तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह क्षत्रिय, राज्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अरूण तिवारी, स्वास्थ्य संयोजक संघ के जिलाध्यक्ष गोस्वामी ने समर्थन देने की घोषणा की वही जिला पंचायत सदस्य श्रीमती प्रिती अजय दिव्य ने छजका का सरकार बनने पर लिपिको की मांग प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने का वादा किया गया।