नई दिल्ली पूर्वोत्तर भारत के तीन राज्यों के चुनाव परिणाम आ गए हैं। त्रिपुरा और नागालैंड में भाजपा और उसके सहयोगी दल मिलकर सरकार बनाने की स्थिति में है, लेकिन मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा होने की वजह से यहां जोड़तोड़ जारी है। मेघालय में कांग्रेस के खाते में 21 सीटें आई हैं, ऐसे में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के आंकड़े से 10 सीटें कम रह गई। 2013 में कांग्रेस के खाते में 29 सीटें आई थी।
मेघालय में कांग्रेस और नेशनल पीपुल्स पार्टी के बीच कांटे की टक्कर है, दोनों ही पार्टियों ने यहां 19-19 सीटें जीती है, लिहाजा दोनों ही दलों को सरकार बनाने के लिए छोटे दलों व निर्दलीय विधायकों के समर्थन की जरूरत है। ऐसे में अगले कुछ दिनों तक यहां विधायकों की खरीद-फरोख्त की खबरे सामने आ सकती है। दोनों ही दल इन विधायकों को अपनी ओर लाने की पूरी कोशिश करेंगे। जिस तरह से एक के बाद एक तमाम राज्य कांग्रेस के हाथ से निकल गए हैं, उसके बाद पार्टी मेघालय में अपनी पूरी ताकत झोंकने की कोशिश करेगी। कांग्रेस के ही नेताओं ने आरोप लगाया था कि उनकी पार्टी ने नागालैंड और त्रिपुरा का नजरअंदाज किया था।
भाजपा का प्रयास –
कांग्रेस गोवा और मणिपुर जैसे हालात से बचने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रही है। इस बार पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और कमलनाथ को पहले ही यहां भेज दिया है, ताकि सरकार बनाने की कवायद में कांग्रेस पीछे नहीं रह जाए। गोवा और मणिपुर में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी सरकार नहीं बना पायी थी, जिसकी वजह से पार्टी का काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। मेघालय में भाजपा ने सिर्फ दो सीटें जीती हैं, बावजूद इसके पार्टी ने यहां वरिष्ठ नेता हिमांता बिस्व सर्मा को भेजा है। भाजपा पूरी कोशिश में है कि वह कांग्रेस को यहां सत्ता से बाहर रख सके।
यह हो सकता है समीकरण-
हालांकि मेघालय में भाजपा और एनपीपी ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, लेकिन माना जा रहा है कि भाजपा एनपीपी को अपना समर्थन दे सकती है। एनपीपी और भाजपा केंद्र और मणिपुर में सरकार में सहयोगी हैं। वहीं भाजपा की नजर युनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी पर भी है, जिसके खाते में छह सीटें हैं। वहीं यूडीडी जो कि एनडीए की सहयोगी दल है, उसके खाते में भी दो सीटें हैं। ऐसे में अगर भाजपा इन दोनों दलों के साथ गठबंधन करने में सफल होती है तो उसके पास कुल 29 सीटें हो जाएंगी।
कांग्रेस का विश्वास-
वहीं कांग्रेस ने मेघालय में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। कांग्रेस ने इस बात का भरोसा जताया है कि वह यहां सरकार का गठन करेगी। कमल नाथ ने कहा कि वह मेघालय के लोगों के फैसले का सम्मान करते हैं और यह कांग्रेस सरकार में देखने को मिलेगा। हम हर किसी से संपर्क में है। हर कोई हमारे संपर्क में है।