जांजगीर.चांपा। अकलतरा ब्लाक के ग्राम पंचायत कल्याणपुर के चार तालाब को ठेकेदार मनमानीपूर्वक इसलिए खुदाई करा रहा है क्योंकि उसे सड़क निर्माण के लिए मिट्टी की जरूरत है। शिकायत के बाद रेल्वे के अधिकारी मौके जाकर निर्माण कार्यो को निरीक्षण किया जहां ठेकदार का खामी उजागर होने पर टेकेदार को फटकार लगाइ्र्र । ठेकेदार द्वारा मुरूम की रायल्टीी चोरी कर यह काम कर रहा है। रायल्टी पर्ची से ज्यादा मुरूम निकाल कर अपने काम मे लगा रहा है। ग्रामीणों की समस्या से उसे कोई सरोकार नहीं है। हद तो तब हो जा रही है जब ठेकेदार के द्वारा गांव के चार.चार तालाबों की खुदाई कर चारों तालाबों की सूरत बिगाड़ दी है। जिसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों में इस मामले को लेकर गांव में ग्राम सभा का आयोजन कर उक्त कार्य पर रोक लगाने की मांग कर चुकेए लेकिन ठेकेदार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। ठेकेदार का कहना है कि उसके पास रायल्टी है, लेकिन यह रायल्टी कम मात्रा की है जबकि उसके द्वारा पूरी तरह से चार.चार तालाबों की खुदाई कर गांव के निस्तारी तालाब का मटियामेट कर दिया है।
आपको बता दें कि अकलतरा ब्लाक में ग्राम पंचायत कल्याणपुर इलाके में मुरूम के लिए अनुकूल जगह है। यहां की मुरूम अच्छे क्वालिटी की है। जिसके चलते ठेकेदार मेसर्स ओम बीकेडी जेव्ही ने खसरा नंबर ७७९ध्१ रकबा १७ण्५०९ हेक्टेयर में खनिज विभाग से १० घनमीटर मुरूम खुदाई के लिए अनुमति ले लिया। सरपंच लता लहरे एवं ग्रामीणों का आरोप है कि कि ठेकेदार के द्वारा मनमानी पूर्वक जहां चाह रहा है वहां मुरुम की खुदाई कर रहा है। ग्रामीण हर नारायण गीता बाई कुंभकार का आरोप है कि ठेकेदार ने भुकुडिया तालाब, पैठू तालाब, पचपेडिया तालाब, तेंदुभाठा नया तालाब में मुरुम की खुदाई की जा रही है। जबकि इतने व्यापक पैमाने में तालाबों की खुदाई के लिए अनुमति नहीं ली गई है। जिसके चलते ग्रामीणों में आक्रोश है।
जिन तालाबों में ग्रामीण निस्तारी करते हैं उन तालाबों की सूरत बिगड़ चुकी है। क्योंकि तालाब के मेंड़.पार सहित सारे के सारे हिस्से की खुदाई कर दी गई है। अब ग्रामीणों को निस्तारी के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि तालाबों के चारों दिशाओं में बेतरतीब तरीके से खुदाई कर दी गई है। ऐसे में लोगों की जान का खतरा बना हुआ है।
मजदूरों के हाथ से छिना रोजगार
ग्रामीणों का आरोप है कि यदि गांव के लोगों द्वारा इन तालाबों का रोजगार गारंटी से विधिवत खुदाई कराई जाती तो हर हाथ को काम मिलता। मनरेगा योजना के तहत यहां काम होने से श्रमिक खुश भी होतेए जिससे ग्रामीण वंचित हो गए और तालाब की खुदाई मशीन से करा दी गई। जिसके चलते ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि यहां की मुरूम रेल लाइन के विस्तार के लिए ले जाया जा रहा है। वहीं कई लोगों का कहना है कि एनएच ४९ बायपास के लिए भी ले जाया जा रहा है। ऐसे में ठेकेदार को लगातार महीनों तक क्षेत्र की मुरूम की जरूरत पड़ेगी। यदि हालात ऐसे रहे तो गांव की जमीन गर्त में चला जाएगा और पूरा गांव खोखला हो जाएगा। लोगों को निस्तारी के लिए जगह नहीं मिल पाएगी।