उन्नाव के विधायक कुलदीप सेंगर पर जिस युवती ने गैंग रेप का आरोप लगा रविवार को लखनऊ में आत्मदाह का प्रयास किया जेल में बंद उसके पिता पप्पू सिंह की सोमवार तड़के मौत हो गयी। पिता ने जेल जाने से पहले विधायक कुलदीप सेंगर के भाई और साथियों के खिलाफ पीटने का आरोप लगाया था। उसके पीटने वालों ने ही उसे पुलिस को सौंप कर जेल भिजवाया था।
सुरेंद्र सिंह उर्फ पप्पू सिंह की चार अप्रैल की शाम को गांव के ही टिंकू सिंह से कहासुनी हुई थी। टिंकू सिंह ने अपने तीन और साथियों के साथ मिलकर पप्पू सिंह की पिटाई कर दी और उसको पुलिस को सौंप दिया था। उनका आरोप था कि पप्पू सिंह तमंचा लेकर गाली गलौज कर रहा था। माखी थाने की पुलिस ने पप्पू सिंह को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां पर पप्पू सिंह ने आरोप लगाया था कि विधायक के भाई अतुल सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी पिटाई की। जिला अस्पताल में उपचार करने के बाद डॉक्टरों ने पप्पू सिंह को पुलिस को सौंप दिया। छह अप्रैल को पप्पू सिंह को कारागार भेजा गया। रविवार की शाम अचानक पप्पू सिंह की तबीयत बिगड़ गई। रात नौ बजे उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को जेल पुलिस की ओर से बताया गया कि पप्पू के पेट में दर्द है और उल्टी हो रही है। डॉक्टरों ने उसका उपचार किया। सोमवार को भोर में 3:40 बजे पप्पू की मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही पीड़ित परिवार में कोहराम मच गया और पुलिस महकमा सकते में आ गया। डॉक्टर का कहना है कि पप्पू की आंत में सूजन थी और उसे उल्टी हो रही थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही मौत की वजह साफ हो पाएगी।
रविवार को ही पप्पू सिंह की बेटी और परिवार के लोगों ने लखनऊ में सीएम आवास के पास आत्मदाह की कोशिश की थी। हालांकि पुलिस ने उको पकड़ लिया और उच्च अधिकारियोें ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। पप्पू सिंह की मौत के बाद विरोधियों ने भाजपा नेताओं पर गुंडागर्दी के आरोप लगाने शुरू कर दिए, इससे उन्नाव ही नहीं लखनऊ तक की राजनीति गरमा गयी।