जांजगीर चाम्पा । नेताओं में श्रेय लेने की होड़ इस कदर हावी है कि नेता संगठन की प्रक्रिया से हटकर जाकर काम कर रहे हैं. मामला जांजगीर-चांपा जिले के कोटिया गांव का है जहां पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन द्वारा 14 जुलाई को एक कार्यक्रम में बी.एस.पी. के 50 कार्यकर्ताओं को कांग्रेस में प्रवेश कराने का दावा किया है. लेकिन इसकी जानकारी ब्लॉक अध्यक्ष शत्रुघ्न दास महंत को नहीं है.बगैर ब्लॉक अध्यक्ष के अनुशंसा के कांग्रेस प्रवेश कराए जाने पर कई सवाल खड़े हो रहे है.कि क्या कोई नेता संगठन के प्रक्रिया के बगैर कार्यकर्ताओं को पार्टी में प्रवेश करा सकते है. पूर्व विधायक ने इसकी जानकारी ना तो जिलाध्यक्ष को दी है, न हीं इस क्षेत्र के ब्लॉक अध्यक्ष को दी है, उनकी जानकारी के बगैर बीएसपी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस में प्रवेश कराया गया है. पार्टी नियम से हटकर काम कर रहे मोतीलाल देवांगन के इस रवैये से संगठन में मतभेद पैदा हो गया हैं. पार्टी में जब किसी सदस्य को सदस्यता ग्रहण कराई जाती है तो सबसे पहले ब्लॉक अध्यक्ष के अनुशंसा ली जाती है उसके बाद ब्लॉक अध्यक्ष जिला अध्यक्ष को अनुमोदन के लिए भेजता है उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष को इसकी जानकारी भेजी जाती है तब जाकर पार्टी में किसी अन्य सदस्य को प्रवेश दिलाया जाता है. संगठन के नेता अब इसकी शिकायत प्रदेश अध्यक्ष से करने के बात कह रहे हैं।