नाबालिग की शादी के मंडप पर प्रशासन की दबिश…

अम्बिकापुर.. आदिवासी बाहुल्य सरगुजा जिले मे जागरूकता की कमी कॆ कारण बाल विवाह जैसी कुरीतिया रूकने का नाम नहीं ले रही है.. ऐसा ही एक मामला लखनपुर थाना क्षेत्र के तुनगुरी गांव मे आज सामने आया.. जब मुखबिर की सूचना पर प्रशासन और पुलिस ने बाल विवाह रूकवा दिया…

सरगुजा मे महिला एंव बाल विकास के आकडों की किताब मे बाल विवाह रूकवाने के आकडों मे फिर इजाफा हो गया है.. इस बार पुलिस, चाईल्ड लाईन की टीम के साथ महिला एंव बाल विकास की टीम ने दरिमा थाना क्षेत्र के तुनगुरी गांव मे दबिश दी.. और वहां पहुंच कर एक बाल विवाह को रूकवाया..

दरअसल दरिमा पुलिस और लखनपुर महिला बाल विकास के अधिकारियों को ये सूचना थी कि.. गांव मे जगमोहन राजवाडे अपनी नाबालिग बेटी की शादी 29 अप्रैल के सूरजपुर के रहने वाले युवक से कर रहा है.. जिसके पहले अन्य वैवाहिक कार्यक्रम उसके घर मे शुरू हो गए है.. जिस पर ये कार्रवाई करते हुए ये बाल विवाह रूकवाया गया.. इधर नाबालिग लडकी की माने तो वो शादी के लिए राजी थी.. लेकिन इस वर्ष शादी नही हो पाई.. इसलिए अगले साल शादी करूंगी..

बहरहाल अगर सरकारी महकमा शादी पर कार्यवाही जैसी ताकत अगर जनजागरूकता मे झोंक देता.. तो एक तरफ बाल विवाह के बढते आकडे थम और तो दूसरी ओर बालिका शिक्षा के आकडों मे बढोत्तरी होती….