जांजगीर चांपा। धान खरीदी करने के बाद अब धान परिवहन की समस्या सरकार के लिए बडी चुनौती बन गई है.जांजगीर चांपा जिला के धान खरीदी प्रभारी सप्ताह भर आंदोलन में बैठ गए है और किसानो के साथ साथ राज्य सरकार की पीडीएस सिस्टम और खाद वितरण के काम पर रोक लगा दिए ह.ै इतना ही नही अब इस आंदोलन का प्रदेश स्तर में विस्तार करने की तैयारी में है. शुक्रवार की शाम अधिकारियो और संगठन की चर्चा हुई और चर्चा के बाद भी कोई नतीजा नही निकलने के कारण आँदोलन कारियो ने 8 मार्च से भुख हडताल करने का ऐलान कर दिया है. जिले के 230 धान खरीदी केंद्र के प्रभारी तीन दिनो से शासन का काम बंद कर आँदोलन कर रहे है. जिला मुख्यालय में नोडल कार्यालय के सामने तीन सूत्रिय मांग को लेकर धरना में बैठे कर्मचारियो के समर्थन में संघ के प्रदेशाध्यक्ष और उपाध्यक्ष आँदोलन में शामिल हुए और उन्होने धान खरीदी के बाद अब तक 15 हजार मिट्रीक टन धान का उठाव नही होने से धान खरीदी केंद्र प्रभारियो को नुकसान और आर्थिक परेशानी होने का आरोप लगाया है .उन्होने जिला विपणन अधिकारी,खाद्य अधिकारी और उप पंजीयक के सामने धान का शीध्र परिवहन करने धान का सुखद देने और पिछले वर्ष धान खरीदी में जीरो शार्टेज का प्रोत्साहन राशि दिए जाने की मांग की और मांग पूरा नही होने पर आँदोलन को प्रदेश स्तर में उग्र रुप देने की चेतावनी दी है। धान खरीदी केंद्र प्रभारियो के आँदोलन को समाप्त कराने पहुंचे जिले विपणन अधिकारी जिला खाद्य अधिकारी और उप पंजीयक ने कर्मचारियो की मांग को शासन स्तर तक पहुचाने का आश्वासन दिया और सप्ताह भर के अँदर पांच मिट्रीक टन धान परिवहन का दावा किया और उन्होने आँदोलन कारियो को आँदोलन समाप्त होने का दावा किया है। धान खरीदी में दौरान बारदानो की कमी और खरीदी में संसाधन की कमी के आरोप के कारण राज्य सरकार विपक्ष के निशाने में रही लेकिन किसी तरह धान खरीदी पूरा करने के बाद अब सरकार अपने ही कर्मचारियो के निशाने में आ गई है. अब शासन प्रशासन धान खरीदी केंद्र प्रभारियो की मांग पर किस तरह का कदम उठाती है इस पर सबकी निगाह टिकी है।