जामनगर की एक अदालत ने बॉलीवुड के निर्देशक और निर्माता मेहुल कुमार को चेक बाउंस के एक मामले में छह महीने जेल की सजा सुनाई है। कोर्ट उन पर पांच हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया । अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अल्ताफ मेमन ने सजा सुनाने के साथ ही मेहुल कुमार पर 5 हजार का जुर्माना भी लगाया। अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अल्ताफ मेमन ने मेहुल कुमार के खिलाफ ये निर्णय सुनाया लेकिन राहत की बात ये रही कि अदालत ने सजा पर एक महीने की रोक लगा दी जिससे कि वो ऊपरी अदालत में सजा के खिलाफ अपील कर सकें।
‘क्रान्तिवीर’ और ‘तिंरगा’ जैसी देशभक्ति से ओत-प्रोत और सामाजिक परिवर्तन की बात करने वाली फिल्में बनाने वाले निर्देशक मेहुल कुमार को छह महीने जेल की सजा सुनाई गई है। अखबार द हिन्दू की खबर के मुताबिक जामनगर की एक अदालत ने निर्देशक और निर्माता मेहुल कुमार को चेक बाउंस के एक मामले में छह महीने जेल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट निर्देशक पर पांच हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
मेहुल कुमार की फिल्मों में ‘मरते दम तक’, ‘कोहराम’ ‘तिरंगा’ और ‘क्रांतिवीर’ जैसी फिल्मों के नाम हैं, जिनका उन्होंने निर्देशन किया। उन्होंने अमिताभ बच्चन, राजकुमार, नाना पाटेकर, अक्षय कुमार,और डिंपल कपाड़िया जैसे कलाकारों के साथ काम किया है।
क्या है मामला
मेहुल कुमार ने 2008 में जामनगर की अरकाडिया शिपिंग एंड ट्रेडिंग कंपनी के प्रबंधक जगदीश आसरा को 63,805 रुपये का एक चेक दिया। आसरा ने चेक भुनाने की कोशिश की तो पता चला कि मेहुल के खाते में कोई बैलेंस नहीं है। इससे ये चैक बाउंस हो गया। इसी को लेकर जगदीश ने निर्देशक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जिसपर उनको सजा हुई।