जांजगीर चांपा। जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का नतीजा है कि जिले के छोटे -छोटें गांव मे अवैध बिना नर्सिंग होम एक्ट में पंजीकृत झोलाछाप डाॅक्टर हास्पिटल का संचालन बिना रोक टोक कर रहे हैं। लेकिन स्वास्थय विभाग इन सब मामलों मे अनजान हैं। स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचें अवैध तरीके से ये झोलाछाप डाॅक्टर लोगो के इलाज के नाम पर जान से खिलवाड़ कर रहे है। मामला जिले के चांपा सिवनी गंाव को जहां दर्जनो अवैध नर्सिंग होम संचालित हो रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के बीएमओ कार्यवाही करने बजाय एसडीएम को कार्यवाही करने के लिए पत्र लिख रहे है। वही एसडीएम भी बीएमओ का पत्र का जवाब नही दे रहे है। लगभग दो हप्ते से ज्यादा हो गये बलौदा बीएमओ सिर्फ यह करते हुए अपने जिम्मेदारी से बच रहे कि कार्यवाही के लिए चांपा थाना प्रभारी व एसडीएम से समय ले रहे है लेकिन चांपा एसडीएम समय नही दे पा रहे है। जैसे ही एसडीएम समय देगें कार्यवाही की जायेगी। इस प्रकार बलौदा ब्लाक मेडिकल अधिकारी डां गुप्ता को दो हप्ते से इस प्रकार का पत्र व्यवाहर कर रहे है लेकिन अभी तक उच्च अधिकारीयों को समय नही मिल रहा है। वही चांपा सिवनी में 12 का पढ़ाई करने वाला युवक एमबीबीएस डाॅक्टरो के साथ कुछ दिन काम करने के बाद खुद एमबीबीएस डाॅक्टर बन गया है। जहां लोगो को इनजेक्शन लगाने के लेकिन मरीजो को बाॅटल चढ़ा कर अपने क्लीनिक मे ं20 बिस्तर का हास्पिटल संचालित कर रहे हैं। इनके पास न तो कोई मेडीकल डिग्री है और न ही कोई नर्सिंग होम एक्ट के तहत पंजीयन है। ग्राम सिवनी के मुख्य चैक के पास संतोष यादव,प्रदीप देवागंन,योगेश राठौर,भोलेश्वर सोनी, बंगाली डाॅक्टर क्लीनिक दर्जनो नर्सिग होम संचालित है। जो अपने यहां मरोजो को रोजना इलाज कर दवाई देते हैं। यहां तक मरीजो को भर्ती कर बाॅटल भी चढा देते है। बलौदा ब्लाक के बीएमओ डां गुप्ता ने बताया कि सीएमएचओ कार्यालय से झोलाछाप डाॅक्टरो पर कार्यवाही करने के निर्देश मिले है। जल्द एसडीएम , टीआई सहित बीएमओ के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम जल्द मौके पर दबिश देकर इन झोलाछाप डाॅक्टरो की अवैध नर्सिंग होम को सील किया जायेगा और इन पर कार्यवाही की जायेगी।