जांजगीर चापा। कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा की दृष्टि से छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में 3 मई 2020 तक लॉकडाउन घोषित किया गया है। भारत सरकार एवं राज्य शासन द्वारा समय.समय पर कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए केवल अत्यावश्यक सेवाओं के निर्बाध संचालन एवं अत्यावश्यक कारणों से आवागमन की अनुमति देने के संबंध में दिशा.निर्देश जारी किए गए है। सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव आदेश जारी कर राज्य के सभी कलेक्टरों एवं जिला दण्डाधिकारियों तथा पुलिस अधीक्षकों को सक्षम अनुमति, स्वीकृति के बगैर आवागमन पास जारी नहीं करने तथा सभी चेक प्वाइंट एवं बैरियर पर जारी दिशा.निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने कहा गया है। जारी आदेश के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य में जिले के भीतर आवश्यक कारणों से आवागमन के लिए अनुमति पत्र, पास एवं छत्तीसगढ़ राज्य में अंर्तजिला आवागमन के लिए मृत्यु, मेडिकल इमरजेंसी एवं अन्य आपातिक प्रकरणों में अनुमति पत्र आवदेक के निवास स्थान के जिला दण्डाधिकारी कार्यालय से जारी किए जाएंगे। छत्तीसगढ़ राज्य से अन्य राज्यों, अंतर्राज्यीय आवागमन के लिए अनुमति केवल राज्य स्तर से दी जाएगी। बाउजुद आज शहर में रायगढ़ से शहडोल अपने घर वापस जाने के लिए निकले 20 लोगो ने परिवार सहित शहर के अंदर प्रवेश कर लिया । शहर के सीमा मे इन्हे कोई पुछताछ नही की गई। अपने घर वापस जा रहे परिवार के मुखिया ने बताया कि वे शहर मे घुम -घुम माला,जडी बुटी बेच कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं । लेकिन अचानक लाॅकडाउन के कारण शहडोल (मध्यप्रदेश) जाने के कोई साधन नही होने के वजह से रायगढ़ से पैदल अपने घर शहडोल जाने के निकले । इन परिवारो मे 8 से 10 महिलाये , 5 पुरूष व छोटे -छोटे बच्चे शामिल है। जांजगीर चांपा सीमा मे बेरीकेटस लगे होने के बाउजुद बिना पास के ये परिवार शहर के अंदर प्रवेश कर पदैल चले जा रहे है लेकिन प्रशासन की ओर से इन्हे किसी प्रकार की पुछताछ या जांच नही की जा रही हैं । इससे संदेह हो रहा है कि ये परिवार के लोग वायरस के संक्रमण में होगे और शहर के किसी अन्य लोगे के संपर्क मे आते है। तो कोरोना वायरस का खतरा और बड़ सकता है। हांलाकि की जिले मे अभी तकी एक भी कोरोना वायरस के पाॅजिटिव केस नही आया है। दो तीन पहले में 12 मजदूरो को जत्था रेड जोन राज्य महाराष्ट्र से अपने घर रांजी जाने के निकला था उनके पास भी किसी प्रकार का पास या अनुमति नही थी। लिंक रोड मे किसी तरह एसडीएम को सूचना दी गई तब जाकर सभी 12 मजदूरो को स्वास्थय जांच के बाद राहत शिविर मे रख गया । इस प्रकार देखा जा रहा है शहर में बाहरी जिला से या अन्य प्रदेश के मजूदरो को आना जाना बरोकटोक लगा हुआ है लेकिन जिला प्रशासन इस ओर गंभीरता नही दिखा रही है। इन लोगो के कारण अगर शहर मे संक्रमण फैलता है तो आगे और गंभीर स्थिति बन सकती है। समय रहते जिला प्रशासन को चाहिए कि जिला के सीमा में ऐसे लोगो रोक कर स्वास्थय जांच कर ही शहर मे प्रवेश की अनुमति दे।