जांजगीर चांपा । जिले के पूर्व विधायक अपने पद नाम का मोह को छोडने का नाम नही ले रहे है। वही प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद नये पार्टी के विधायक निर्वाचित हो गये है,पर जिले के खिलावन साहु, चुन्नी साहू, पामगढ़ के अंबेश जांगडे ने अपने सोशल मिडिया, फेसबुक एकांउट से पद नाम को अपडेट नही किया है , सभी अभी से विधायक पद पर विराजमान है। प्रदेश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को करारा जवाब दिया है। जिससे महज गिनती के सीटो तक सिमट गई। लेकिन जिले के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायको का अभी इस ओर ध्यान नही गया है, या यह कह सकते हैं अपने पद नाम के मोह से झुटकारा नही मिल रहा है। जब इस ओर हमारे संवाददाता ने जानकारी ली तो सभी पूर्व विधायको के सोशल मिडिया फेसबुक एंकाउट मे पुराना विधायक पद ही अंकित होते दिख रहा है। इससे यही जाहिर हो रहा है कि इस पद नाम का मोह सोशल मिडिया से भी जाने का नाम नही ले रहा है। इस प्रकार जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने काम के प्रति कितना संजीदा रहते है इससे यही बात की अंदाजा लगा सकते है।
अब पश्चात होत क्या जब चिडिया चुक गई खेत….
अंबेश जांगडे, चुन्नी साहु,मोती देवागंन,मेधाराम साहु सभी नेता अब अपनी हार की समीक्षा करने मे लगे हैं कि हार आखिर कहां से और क्यो हुई है। सभी अपने -अपने हिसाब से गुणा भाग करने मे लगे है कि इसनी मेहनत के बाद कहां चूक हो गया, वही कहावत है कि अब पश्चात होत क्या जब चिडिया चुक गई खेत. लेकिन अब क्या होना है जब समय रहते चुनाव प्रबंधन की कमजोरी या अतिआत्मा विश्वास ही इनका हारने की मुख्य कारण बनी ।