जांजगीर चाम्पा । जिला मुख्यालय के ग्राम खोखरा में विगत चार-पांच वर्षो से ग्लेज इंडिया कंपनी के एजेंट बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार देने के नाम पर गोरख धंधा चला रहे हैं । यहां ज्यादातर ट्राईबल क्षेत्र के युवक-युवतियों ठगी के शिकार हो रहे हैं । वही एजेंट बनने के नाम पर 20 से ₹22 हजार एंट्री फीस लेकर कंपनी के प्रोडक्ट बेचने का काम कराया जा रहा है । लेकिन इस कंपनी के डायरेक्टर के पास जिला प्रशासन से किसी प्रकार का अनुमति नही लिया गया है। न हीं युवक- युवतियों का पुलिस वेरिफिकेशन हुआ है।
बताया जा रहा है कि यहां कि युवक युतियां बस्तर, दंतेवाड़ा, कोंडागांव, सरगुजा, अंबिकापुर ,जशपुर क्षेत्र के से आकर यहां ट्रेनिंग ले रहे हैं । ग्लेज इंडिया कंपनी के एजेंट द्वारा बताया जा रहा है कि यहां युवक युतियां कंपनी के प्रोडक्ट को सेल्स करने की ट्रेनिंग लेते हैं । इसके एवज में उन्हें कमीशन दिया जाता है ।लेकिन इस कंपनी के बारे में किसी प्रकार की दस्तावेज डायरेक्टर के पास नहीं है न हीं किसी प्रकार का डीलरशिप फ्रेंचाइजी है लेकिन चोरी-छिपे जिला मुख्यालय से दूर गांव के बाहरी क्षेत्रों में गुपचुप तरीके से यह धंधा फल-फूल रहा है । जहां रोजगार के नाम पर युवक युवतियां ठगे जा रहे हैं। हालांकि इसकी जानकारी जब लोगों को हुई तो गांव वालों को सूचना देकर मौके पर पहुंचकर कंपनी के बारे में जानकारी ली गई । वही कोतवाली में भी इसकी सूचना दी गई लेकिन अभी तक पुलिस किसी प्रकार की कार्यवाही इन पर नहीं की है। कंपनी के डायरेक्टर भले ही कंपनी दस्तावेज होने के दावा कर रहा है। लेकिन मीडिया के सामने किसी प्रकार की दस्तावेज या जिला प्रशासन से अनुमति नहीं होने की बात कही है। वही ग्राम पंचायत खोखरा के सरपंच एवं ग्रामीण लोग इन एजेंटो की गतिविधियों को भी संदिग्ध मानकर गांव से हटाने की बात कह रहे हैं अब इसकी शिकायत कोतवाली में भी दी गई है । वहीं ग्रामीणों का कहना है कि यहां काम करने वाले लड़के लड़कियो की जानकारी दिए बिना ही गुपचुप तरीके से यहां रह रहे हैं। कहां से आए हैं किसी को जानकारी नहीं है। इनका काम करने का तरीका भी संदिग्ध है। वही खेती किसानी के दिनों पर नकली प्रोडक्ट किसानों को बेच रहे हैं खाद के नाम पर किसान भी इस प्रोडक्ट से ठगे जा रहे हैं इन कंपनी के पास कृषि विभाग की भी किसी प्रकार की अनुमति या दस्तावेज नहीं है । जिसके आधार पर किसानों को खाद बेचा जा सके। हालांकि ग्रामीण इनकी गतिविधियों को संदिग्ध मानकर पुलिस से कार्यवाही करने की मांग कर रही है अब देखना होगा कि पुलिस इन पर क्या कार्यवाही करती है।
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