जांजगीर चंापा । जिले में लगातार अस्थाई रूप से बने गौठानो में गायों की मौत हो रही है। भुख, प्यास और बारिस मे भीगने की वजह गायों का मौत का कारण बन रहा है। खेतो मे फसल लगे होने के कारण सरकार द्वारा मवेशी फसलो को न खाये इसलिए रोका छेका अभियान के तहत अलग- अलग ग्राम पंचायतों में अस्थाई रूप से गौठान बना कर अवारा घुमने वाले मवेशाी को रख रही है लेकिन उन मवेशीयों के लिए चारा पानी का पर्याप्त व्यवस्था ग्राम पंचायत के द्वारा नही की जा रही हैं जिसके कारण लगातार मवेशीयो की मौत हो रही है। लेकिन जिला प्रशासन कह रही है कि गायों की मौत गोठान मे नही बाहर हो रही हैं। राज्य सरकार जहां गा्रमीण अर्थव्यस्था को सुधार लाने विभिन्न प्रकार की योजना बना रही है वही अधिकारी व पंचायत प्रतिनिधि इन योजनाओं को बंठाधार करने मे लगे है। इससे जिला प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे है। आखिर लगातार इस प्रकार की लापरवाही क्यो बरती जा रही है। जिले में कल जैैजैपुर के कैथा ग्राम मे 5 गायों की मौत हो गई थी वही आज गा्रम मेंहदा व कुरदा मे बने अस्थाई गौठान में 15 से ज्यादा गायों की मौत हो गई है। लेकिन दुसरी ओर जिला पंचायत के सीईओ इस बात को मानने को तैयार नही की 15 से ज्यादा गायों की मौत हो गई हैं. उनका कहना है कि सिर्फ दो गायों की मौत हुई। आखिर प्रशासन क्यो गायों की मौत को छुपाना चाहती हैं बड़ा सवाल है।