अम्बिकापुर छत्तीसगढ की राजनीति मे अपने बेहतर तालमेल के लिए जाने वाले दो अलग दलो के नेताओ का तालमेल अब बिगडता दिखाई दे रहा है.. कभी मंच से सीएम डाँ रमन की तारीफ करने वाले छत्तीसगढ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव सीएम के ऐसे ही एक बयान से कुछ इस तरह नाराज हुए कि उन्होने खुद का सीएम का दावेदार बता दिया…
छत्तीसगढ मे पिछले कई वर्षो से ये चर्चा रही है कि मुख्यमंत्री डाँ रमन सिंह और प्रतिपक्ष के नेता टीएस सिंहदेव मे बहुत बेहतर तालमेल है.. लेकिन आज शुक्रवार को खुद नेता प्रतिपक्ष ने इस भ्रम को तोड दिया… दरअसल नेता प्रतिपक्ष ने आज इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकारो के एक सवाल का जवाब मे कुछ ऐसा कह दिया ,, जिससे भाजपा की राजनिती से ज्यादा कांग्रेस मे भूचाल ला सकता है… क्योकि सीएम ने कुछ दिन पहले बटवाही की एक सभा मे ये कहा था कि नेता प्रतिपक्ष मुझ पर भरोसा करते हैं और चाहते है कि 2018 मे मैं ही उनके काम को आगे बढाउं… अब इसके जवाब मे टीएस सिंहदेव ने कहा है कि मै खुद मुख्यमंत्री की लाईन मे खडा हूं , तो मै उन्हे जीतने कैसे दूंगा….
नेता प्रतिपक्ष सीएम के बयान पर इस कदर नाराज थे कि उन्होने अपने दिल की बात ही बयां कर दी और कह दिया कि मै खुद मुख्यमंत्री बनने की लाईन मे खडा हूं… तो उन्हे मुख्यमंत्री कैसे बनने दूंगा… खैर टीएस का ये बयान छत्तीसगढ की राजनिती मे किस कदर भूचाल मचाएगा ये तो नही पता लेकिन सीएम ने सरगुजा के बटवाही मे एक आयोजित प्रगति एंव आवास मेला मे पत्रकारो के सवाल के जवाब मे कहा था कि नेता प्रतिपक्ष ने सरगुजा के लिए जो मांगा मैने दिया,, मेडिकल कालेज दिया, इंजीयरिंग कालेज दिया , जो मांगा दिया और 2108 मे भी नेता प्रतिपक्ष को मुझ पर भरोसा है.. और मै ही काम को आगे बढाउंगा
प्रदेश के दो बडे नेताओ ने सरगुजा जिले की जमीन से मुख्यमंत्री के लिए अपनी अपनी दावेदारी पेश करके चुनावी शंखनाद कर दिया है…. ऐसे मे पुरानी और नई दावेदारी को उनके उनके संगठन के लोग कैसे पचाते है…. ये देखना लाजमी होगा।