जांजगीर चांपा। एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलकर नया कानून बनाने के विरोध में सवर्ण संगठनों ने गुरुवार को भारत बंद बुलाया है। बंद का सबसे ज्यादा असर बिहार मध्यप्रदेश ,राजस्थान में देखा जा रहा है। उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र में भी प्रदर्शनकारियों ने चक्काजाम किया। बंद का असर छत्तीसगढ़ के कई जिलों देखा गया । राजधानी रायपुर, बिलसपुर, अंबिकापुर ,जांजगीर चांपा में सुबह बाजार बंद देखे गए। यहां कई स्कूल-कॉलेज बंद हैं। पेट्रोल पंपों को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक बंद रखा गया है। जिला मुख्यालय जांजगीर मे भी सवर्ण संगठनो ने चैक चैराओं में प्रदर्शनकर विरोध में नारे लगाये ,वही कई दुकानो को बंद कराने रोड पर निकले। जिला मुख्यालय मे भी बंद का असर देखने को मिला । यहां दुकाने एवं स्कुल सुबह से ही बंद रही। नगर मे बंद के दौरान सुरक्षा को देखते हुई चैक में भारी संख्या मे पुलिस बल तैनात रहे । वही संगठन के लोग शांति पूर्ण से विरोध कर एक जगह एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किये।
एससी/एसटी एक्ट: फैसला, विरोध और संशोधित कानून: सुप्रीम कोर्ट ने 20 मार्च को एससी-एसटी अत्याचार निवारण एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी और अग्रिम जमानत से जुड़े कुछ बदलाव किए थे। अदालत का कहना था कि इस एक्ट का इस्तेमाल बेगुनाहों को डराने के लिए नहीं होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दलित संगठनों ने 2 अप्रैल को भारत बंद बुलाया था। इस बंद का कई राजनीतिक पार्टियों ने समर्थन भी किया था। इस दौरान 10 से ज्यादा राज्यों में हिंसा हुई और 14 लोगों की मौत हुई थी।