अम्बिकापुर.. सबको मनाना आसान है ..पर पत्नी को मनाना मुश्किल है.. और यह मेरी कमजोरी है!..यह कहना है छजका सुप्रीमो अजित जोगी का..
दरसल सूबे में इस बार के विधानसभा चुनाव में तीसरी शक्ति के रूप में अपना अस्तित्व तलाश रही ..छजका के सुप्रीमो सम्भाग की 14 सीटों को साधने सरगुजा सम्भाग के दौरे पर है..और उन्होंने मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के विरुद्ध राजनांदगांव सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है..इसके साथ ही छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) का विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन हो चुका है..और दोनों ही दल(छजका-बसपा) मिलकर सूबे की 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है..
वही छजका सुप्रीमो ने यह स्पष्ट कर दिया है की.. की उनकी पार्टी से उनके बेटे अमित जोगी और बहू ऋचा जोगी चुनाव मैदान में उतरेंगे..तथा रेणु जोगी अगर कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ेंगी तो वहाँ छजका प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में होगा..इसके साथ ही अजित जोगी ने मरवाही विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है..
नेता प्रतिपक्ष ने बेच दी शहर की निस्तारी वाली जमीन : अजित जोगी…
छजका सुप्रीमो अजित जोगी ने कांग्रेस और भाजपा पर तीखा प्रहार किया..उन्होंने ने मौजूदा दौर में अम्बिकापुर विधायक टीएस सिहदेव द्वारा शहर के सरकारी निस्तारी बांध के जमीन को अवैध तरीके से बेचने की बात कही..इसके साथ ही अजित जोगी ने कहा की इस मामले के साक्ष्य उनके पास मौजूद है..तथा यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है..
छजका और भाजपा के बीच होगा मुख्य मुकाबला..
कभी कांग्रेस पार्टी में रहकर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले अजित जोगी ने कहा की कांग्रेस अब कमजोर हो चुकी है. प्रदेश में कांग्रेस नेतृत्व का कोई चेहरा नही है..इसीलिए इस बार के चुनाव में छजका और भाजपा के बीच काटे की टक्कर होगी..
प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री रहे अजित जोगी ने कांग्रेस से अलग होकर छजका पार्टी बनाई है..पर उनकी पत्नी कोटा विधायक रेणु जोगी अब भी कांग्रेस में है..और इस सम्बंध में अजित जोगी का कहना है की सबको मनाना आसान है..पर पत्नी को मनाना मुश्किल है..