
जांजगीर चांपा। जांजगीर चांपा जिला पंचायत की महिला सदस्या उमा राजेंद्र राठौर ने जनदर्शन में कलेक्टर को शिकायत कर बताया है कि जांजगीर समाज कल्याण विभाग का बाबू लोगो को सरकारी योजना का लाभ दिलाने रिश्वत की मांग करता हैं. रिश्वत देने पर पात्र सूची में नाम देता हैं और पैसा नहीं देने पर अपात्र सूची में नाम को डाल देता हैं। जिला पंचायत सदस्य का यह आरोप कितना गंभीर है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसी भी शासकीय कार्यालय में काम कर रहे कर्मचारी, अधिकारी के हौसले कितना बढ़े हुए हैं, कि एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि के सामने इस प्रकार की बात करने का हिम्मत कर ले रहे हैं।
इससे अब सहज ही समझ सकते है कि आम इंसान का क्या हाल होगा जब कोई हितग्राही शासकीय योजनाओं का लाभ लेने सरकारी ऑफिस पहुंचता है तो वहां काम करने के लिए बैठे कर्मचारी का व्यवहार उसके प्रति इतना खराब रहता, मानो वह कर्मचारी उस हितग्राही का लाभ अपने सैलरी से दे रहा है। यह आम बात है किसी प्रकार के शासकीय योजनाओं का लाभ लेने के लिए ग्रामीणों को मोटी रकम चुकानी पड़ती हैं जिसके बाद उसको सरकारी योजनाओं का लाभ मिल पाता हैं।
इस प्रकार भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारी पर सख्त कार्यवाही होना चाहिए। जिससे अन्य और विभाग के कर्मचारी सबक सिखे। समाज कल्याण विभाग दिन, दुखी, दिव्यांग,गरीब लोगों के कल्याण के लिए ही हैं अगर इस विभाग के बाबू द्वारा इस प्रकार गरीबों से शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने रिश्वत की मांग करता है तो इनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए।



