
जांजगीर चांपा। कांग्रेस पार्टी द्वारा जिलाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर संगठन सृजन अभियान चला रही हैं। जिसमें अलग अलग लोगों से चर्चा एवं कार्यकर्ताओं से राय सुमारी कर जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। इसी क्रम में जांजगीर चांपा जिले में भी पर्यवेक्षक के रूप में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक बंसल जांजगीर पहुंचे हुए थे. आनंदम रिसॉर्ट में उनके रुकने की व्यवस्था की गई थी. जहां सभी जिलाध्यक्ष के दावेदारों से आवेदन ले रहे थे. सभी दावेदार अपनी शक्ति प्रदर्शन करते हुए पर्यवेक्षक को अपना आवेदन सौंप रहे थे।
जानकारी के अनुसार चांपा के एक वरिष्ठ नेता के नाम का सिपारिश लेकर बीजेपी के पदाधिकारी पर्यवेक्षक विवेक बंसल के पास पहुंच गए, और चर्चा यह भी है वे सभी चांपा से सिर्फ एक ही नाम को लेकर अपनी राय दे रहे थे. लेकिन वहां पहले मौजूद कांग्रेसियों ने उन्हें देखा तो आपस में कानाफूसी होने लगी, कि आखिर बीजेपी के पदाधिकारीयो का यहां क्या काम. धीरे धीरे यह बात पूरे शहर में फैल गई कि कांग्रेस पार्टी में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के लिए बीजेपी नेताओं की क्यों जरूरत पड़ गई। यह चर्चा पूरे शहर में हैं।
हालांकि उन बीजेपी नेताओं का नाम उजागर करना ठीक नहीं है वे बेचारे अपनी दोस्ती निभा रहे थे. लेकिन अब बीजेपी भी उन नेताओं के नाम जानने अपने जासूस लगा दिए है, पता कर रहे है कि कौन बीजेपी पदाधिकारी कांग्रेसी नेता का नाम का सिपारिश करने गया था. वही कांग्रेस भी उस नेता और बीजेपी पदाधिकारियों के बीच के गहरे संबंधों को पता लगा रही हैं। लेकिन जिलाध्यक्ष बनने की चर्चा चांपा के उसी नेता की ज़्यादा हो रही है. क्योंकि वे नेता जी के बहुत ही करीबी है और सेवक भी है।