
जांजगीर चांपा। छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने से पहले शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पूरी कर लेगी. राज्य शासन ने इस संबंध में प्रदेशभर के कलेक्टर व डीईओ को निर्देश भी जारी कर दिया है। स्कूलो में शिक्षकों के युक्तिकरण के जरिए अतिशेष शिक्षकों को अन्य स्कूल भेजा जाएगा. जिससे कई स्कूल बंद हो जएंगे. अभी भी प्रदेश के कई स्कूल ऐसे हैं जिसमें बच्चों की संख्या कम है. सरकार की कोशिशों और प्रक्रिया के बीच जांजगीर चांपा विधानसभा के कग्रेस के विधायक ने युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया का खुलकर विरोध किया है। कांग्रेस विधायक व्यास कश्यप और ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सरकार के इस निर्णय का ना केवल विरोध किया है साथ ही प्राथमिक शिक्षा के चौपट होने की आशंका भी जताई है। विधायक व्यास कश्यप ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लिखा है कि 14 तारीख को साय सरकार की कैबिनेट मंत्रियों की बैठक हुई । बैठक में मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना की शुरुआत के संबंध में निर्णय लिया गया। शालाओं में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दिया गया। लेकिन वहीं दूसरी ओर सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश के. ऐसे विद्यालय जहां बच्चों की संख्या बहुत ही कम है, उसे बंद करेंगे. स्कूलों में शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण कर उनकी संख्या घटाए जाने की कार्यवाही जारी है। मोदी की गारंटी में शिक्षकों की भर्ती की बात कही गई थी, लेकिन यहां तो शिक्षको की भर्ती को छोड़ स्कूलों को बंद करने का षड्यंत्र किया जा रहा है. पालकों को प्राइवेट स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए मजबूर किया जा रहा। उन्होंने मुख्य सचिव को पत्र लिख कर इस प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की है।