
जांजगीर-चांपा। शराब भट्ठी के कर्मचारियों से अवैध वसूली मामले में नौकरी से निकाले गए कर्मचारी हरिराम ने मामले की रिपोर्ट सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। शराब दुकान से निकाले गए कर्मचारियों का आरोप था कि उनसे कंपनी के एरिया मैनेजर सहित दो अन्य लोगों द्वारा हर माह 10 हजार रुपए देने का उन पर दबाव डाला जाता था। नहीं देने पर उनसे गाली गलौच की जाती थी। इतना ही नहीं उन्हें मानसिक प्रताडित किया जाता था। विरोध करने पर उन्हें नौकरी से बाहर कर दिया गया। आखिरकार कर्मचारियों में एक पीडित हरीराम कश्यप ने मामले की रिपोर्ट सिटी कोतवाली में दर्ज कराई है।
पुलिस ने गौरव शुक्ला, चंद्रिका चंद्रा एवं कमलेश साहू के खिलाफ धारा 296, 3-5, 351-2 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है। सिटी कोतवाली पुलिस के अनुसार हरीराम कश्यप ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि यह आबकारी विभाग के प्राइम वन फोर्स कंपनी में पामगढ़ में सुपरवाइजर के पद पर काम करता था। वह कंपनी के मानकों पर चयनित होकर लगन से काम करता था। विगत कई वर्षों से कंपनी के एरिया मैनेजर चद्रिका चंद्रा, कमलेश साह एवं गौरव शुक्ला (अनाधिकृत कर्मचारी) के द्वारा मदिरा दुकान से हफ्ते में 5 से 10 हजार रुपए अवैध रूप से मांग की जाती थी। पैसे नहीं दिए जाने से झूठे केस में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी जाती थी। उनके कहे हुए संबंधित व्यक्ति की ऑनलाइन पैसों का भुगतान भी किया गया। जिसके सारे सबूत उनके पास मौजूद है।
हरीराम ने बताया कि जब उनके द्वारा पैसों का भुगतान नहीं किया गया तो गौरव शुक्ला द्वारा पामगढ़ में आकर गाली गलौच किया और जान से मारने की धमकी भी दी। आखिरकार उसने मामले की रिपोर्ट सिटी कोतवाली में दर्ज कराई है। पुलिस ने आखिरकार प्राइम वन प्लेसमेंट कंपनी के एरिया मैनेजर चद्रिका चंद्रा, कमलेश साहू एवं गौरव शुक्ला (अनाधिकृत कर्मचारी) के खिलाफ जुर्म दर्ज कर मामले में जांच में जुट गई है। इधर आबकारी विभाग के जिला आयुक्त ने चंद्रिका चंद्रा को भी नौकरी से हटा दिया है।




