
जांजगीर चांपा। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन चेंबर में आग लगना कोई सामान्य घटना नहीं है. यह एक साजिश का हिस्सा हो सकता है. क्योंकि कुछ दिनों पहले जिला अस्पताल के सिविल सर्जन काफी चर्चा में थे. फर्जी भर्ती से लेकर, अवैध खरीदी के मामले में सिविल सर्जन सुर्खियों में थे. डॉक्टर के साथ विवाद के चलते यह मामला प्रदेश तक पहुंचा था, तब जाकर प्रदेश सरकार ने इस पर हस्तक्षेप कर यहां के सिविल सर्जन दीपक जायसवाल सहित डॉक्टरो को हटा दिया था. लेकिन मामला अभी भी शांत नहीं हो पाया है. अब सिविल सर्जन चैंबर में आगजनी की घटना सामने आया है. घटना बीती रात 3:00 बजे की बताई जा रही है. अगर मामले में सही जांच हो तो कई खुलासे हो सकते है.
क्योंकि यह घटना कोई सामान्य घटना नहीं किसी साजिश हो सकती है. क्योंकि जिस तरह वहां लाइटर बीड़ी जैसे संदिग्ध चीजे मिले है.जो घटना से संबंधित लग रहे है। आग से जिला अस्पताल के कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड में भीषण आग के चपेट में आकर खाक हो गए है।
इस घटना से अस्पताल प्रबंधक का लापरवाही सामने आया है। पहले भी अस्पताल में आग लगने की घटना हो चुकी है उसके बाद प्रबंधन अलर्ट नहीं है। आगजनी में ज्यादातर जननी सुरक्षा योजना और NHM के सारे रिकॉर्ड जलकर खाक हो गए है. हालांकि अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आग किस वजह से लगा है। अज्ञात कारणों से लगे आग से कई सवाल उठ रहे हैं। मौके पर बीड़ी और लाइटर मिले है जिसके चलते इस आगजनी की घटना सामान्य घटना नहीं लग रही है।
जिला अस्पताल में फर्जी भर्ती एवं अवैध खरीदी को लेकर कई शिकायत मिलने के बाद यह घटना हुई है.जिसे इस घटना के पीछे कोई साजिद ही लग रहा है, हालांकि फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पा लिया गया है। लेकिन इस पर सही जांच हो तो कईयों को जेल जाना पड़ सकता है।