
@संजय यादव 21 दिसंबर 2025
शिक्षा विभाग के पार्टी में झूमे कर्मचारीअधिकारी…
जिले में शिक्षा विभाग इन दिनों खूब चर्चा में है. नए डीईओ के आने के बाद उनके कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा आम हो गई है. ऐसे भी विभाग हमेशा सुर्खियों में रहता है. हाल ही में एक अधिकारी की विदाई एवं नए अधिकारी के पोस्टिंग के बाद पूरा स्टॉफ दामाऊ धारा पिकनिक मानने गया हुआ था जहां विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारी खूब झूमते दिखे .उनका वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. इसमें कर्मचारी एवं अधिकारी मस्ती में झूमते दिख रहे हैं .इससे यही जाहिर हो रहा है विभाग इसी तरह मस्ती में झूम रहा है .नए जिला शिक्षा अधिकारी किसी कर्मचारी को नाराज नहीं कर रहे हैं, कर्मचारी अपने हिसाब से डीईओ को सेट कर काम करवा ले रहे है। डीईओ भी सोच रहा जब तक रहना है राम राम जपना है।
बीजेपी की बैठक में गुस्साए संगठन प्रभारी….
22 दिसंबर को प्रदेश स्तरीय बीजेपी का बड़ा कार्यक्रम जिला मुख्यालय होने जा रहा है इसको लेकर संगठन के बड़े पदाधिकारीयो का जांजगीर बीजेपी कार्यालय में उच्च स्तरीय बैठक होना था. जिसको लेकर पदाधिकारी की कुर्सी मंच में लगी थी. बाकी कार्यकर्ताओं की कुर्सी सामने में थी. तभी रायगढ़ के संगठन प्रभारी युवा नेता प्रशांत ठाकुर सामने वाले कार्यकर्ताओं के साथ बैठ गए. तभी बाहर से आए संगठन के पदाधिकारी ने देखा की प्रशांत सिंह सामने कार्यकर्ताओं के साथ बैठे हुए हैं तभी संगठन के पदाधिकारी ने उन्हें सामने मंच में बुलाया और लोकल पदाधिकारी को फटकार लगाते हुए कहा कि प्रदेश स्तरीय नेताओं के लिए कुर्सी नहीं रखना अनुशासन हीनता है. इसके बाद माहौल थोड़ी देर के लिए शांत हो गया. इस घटना से बीजेपी में गुटबाजी फिर से देखने को मिली. फिर प्रशांत सिंह ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया।
जनादेश परब के बहाने लोकसभा साधने की कोशिश…
छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार के 2 साल पूरे होने पर जनादेश परब के बहाने जनता को अपनी दो साल की उपलब्धि दिखाने के लिए बीजेपी जांजगीर मुख्यालय में राज्य स्तरीय कार्यक्रम करने जा रहा है जिसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा पहुंच रहे है.साथ में मुख्यमंत्री के अलावा पूरे कबिनेट कार्यक्रम में पहुंचेंगे. सरकार अपनी 2 साल की उपलब्धि गिनाने अनेक विभागों के स्टॉल भी लगाए हैं। अब सबसे बड़ा सवाल यह है जिला मुख्यालय में यह कार्यक्रम का आयोजन क्यों रखा गया है. जांजगीर चांपा लोकसभा के सभी आठ सीटों में कांग्रेस का कब्जा है जिसके चलते इन्हीं सीटों में सबसे ज्यादा फोकस बीजेपी का है जिसको साधने की कोशिश किया जा रहा हैं। बीजेपी लोकसभा के जनता को अपने काम की उपलब्धि गिनाते अपने ओर लाने की प्रयास कर रही है।
ठप है नगर पालिका में विकास कार्य…
सरकार के 2 साल पूरे होने के बावजूद नगर पालिका जांजगीर नैला में विकास कार्य ठप है नगर सरकार को बने 5 महीने से ज्यादा हो गए लेकिन अभी तक शहर में विकास कार्य का एक ईट भी नहीं रखा गया हैं यहां तक नगर पालिका में इंजीनियर भी नहीं है जिसके चलते यहां का विकास कार्य पूरी तरह बंद पड़ा है.शहर में साफ सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है .प्रभारी सीएमओ के भरोसे एवं इंजीनियर विहीन पालिका अपने नाकामियों को छिपाने में लगा है. कई महीना बाद सामान्य सभा की बैठक हुई जिसमें 72 एजेंटा में चर्चा हुई लेकिन यह भी कोई काम का नहीं है क्योंकि पालिका में इंजीनियरिंग ही नहीं है,सीएमओ छुट्टी में है। फिर विकास कार्य कैसे होंगे।
सुना सुना जिला पंचायत कार्यालय…
एक समय था जब जिला पंचायत कार्यालय गुलजार नजर आता था। रमन सरकार के कार्यकाल में इतना काम आता था कि जनप्रतिनिधि काम नहीं कर पाते थे. जिला पंचायत में अब न तो डीएमएफ रहा ,न ही स्वच्छता अभियान का मलाई हैं.और न ही कौशल विकास योजना का खजाना बचा है। जिसके कारण कार्यलय का परिसर सुना सुना नजर आता है.जिला पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी अब कभी-कभी कार्यालय पहुंचते हैं अगर समय नहीं गुजर रहा होता है तो प्रतिनिधि कार्यालय में आकर टाइम पास कर चले जाते है। किसी प्रकार का कोई फंड है न हीं कोई नया काम। प्रतिनिधियों का अब चुनाव में किए खर्चा भी नहीं निकल रहा है। इस लिए जनप्रतिनिधि बोले रहे अब जिला पंचायत सदस्य बने रहने के लिए पोसाई नहीं पड़ रहा है।
DMF का नाम सुनते ही साहब…
आखिर जांजगीर जिले में डीएमएफ फंड का नाम सुनते ही साहब को क्यों पसीना जाता आ जाता है , साहब कहते हैं मेरे दफ्तर में डीएमएफ के अलावा कोई भी बात करो पर dmf पर बात नहीं करना.इससे यही जाहिर होता है कि यहां पूर्व में पदस्थ कलेक्टर ने इस मद का क्या हाल करके छोड़ा है. इससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है जिले में अब इस मद में कोई बड़ा राशि भी नहीं रहा. जिसके चलते कोई विकास कार्य भी किया जाए। इसलिए साहब dmf का नाम सुनकर झलला जाते है। और इस विषय पर चर्चा ही नहीं करना चाहते। जिस तरह जिले में इस राशि का बंदर बाट हुआ है इससे यही लगता है कि इस जिले में बड़ा घोटाला भी हुआ है। लेकिन जांच के नाम पर सिर्फ औपचारिकता है किसी प्रकार की कोई ठोस कार्रवाई अभी तक देखने को नहीं मिली इसलिए साहब इसका नाम सुना भी नहीं चाहते।
बीजेपी सरकार में भी शराब घोटाला..
पूर्व में कांग्रेस सरकार पर शराब घोटाले का दाग लगा है. बड़े घोटाले सामने आए थे इसकी जांच अभी चल रही है . विधायक जेल में है. जहां बीजेपी कांग्रेस सरकार के उपर दोष गढ़ रही थी जिसके उलट अब बीजेपी सरकार के कार्यकाल में नए घोटाले सामने हैं . जांजगीर चांपा जिले में सभी अंग्रेजी शराब दुकानो में वीआईपी खर्च के नाम पर वसूली हो रहा है. जिले में इस मामले में बड़ा खुलासा तब सामने आया जब अंग्रेजी दुकान के प्लेसमेंट कर्मचारी को रिकवरी के नाम पर नौकरी से निकाल दिया गया। तब कर्मचारी ने खुलासा करते हुए बताया कि प्लेसमेंट के फील्ड अफसर आबकारी विभाग से साठगांठ कर जिले के सभी अग्रेंजी शराब दुकानों से वीआईपी खर्च के नाम अवैध वसूली कर रहा है। विभाग हमारे ऊपर कार्रवाई कर हमको नौकरी से निकाल दिया है। लेकिन फील्ड अफसर पर अभी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की है। न ही एफआईआर दर्ज कराई है।



