अम्बिकापुर . छत्तीसगढ़ शासन के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत ने आज मैनपाट जनपद के बरिमा में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैनपाट अपने हरे-भरे वनों, कल-कल करती नदियों एवं झरनों के लिए जाना जाता है. शासन एवं जिला प्रशासन मैनपाट में हरियाली को संरक्षित करने के लिए पुरी तरह से प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि मैनपाट में शीतल जलवायु को दृष्टिगत रखते हुए चाय की खेती भी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि समीप के जशपुर जिले में चाय बगान विकसित किया गया है, उसी तर्ज पर मैनपाट में भी प्रारंभिक तौर पर लगभग 4-5 एकड़ में चाय की खेती की शुरूआत की जा सकती है. श्री भगत ने जिला प्रशासन एवं वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि इसी मौसम में चाय की खेती की शुरूआत करें, ताकि मैनपाट के लोगों को भी चाय की खेती का अनुभव प्राप्त हो तथा लोगों को बेहतर रोजगार प्राप्त हो सके.
खाद्य मंत्री श्री भगत ने कहा कि मैनपाट में प्राकृतिक दृष्टि से अत्यंत मनोरम दर्शनीय स्थल है। टाईगर प्वांईट, मछली प्वांईट, उल्टा पानी, जलजली, मेहता प्वांईट आदि लोगों को अपनी ओर आकृष्ट करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को इन स्थानों पर मूल-भूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पेयजल एवं शौचालय के निर्माण को आवश्यक बताया है। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर महिला स्वं सहायता समूहों द्वारा स्वलपाहार की व्यवस्था भी की जानी चाहिए, ताकि पर्यटकों को पर्यटन की बेहतर सुविधा प्राप्त हो सके। श्री भगत ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के पश्चात प्रशासन द्वारा मेगा शौ प्लांट का आयोजन करना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक संख्या में पौधरोपण सुनिश्चित हो सके।
श्री भगत ने कहा कि दिनों-दिन वनों के घटते वन क्षेत्र के कारण वनांचल सहित अन्य क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में पौधरोपण आवश्यक है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि रिक्त स्थानों पर हजारों की संख्या में पेड़-पौधे लगाएं, ताकि पर्यावरण का संरक्षण हो सके तथा भूमि के कटाव को भी रोका जा सके। उन्होंने वनों से होने वाले लाभ के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण करने का आग्रह किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुलिस महानिरीक्षक के.सी.अग्रवाल ने कहा कि मैनपाट कुछ वर्षो पूर्व अपनी हरी-भरी वादियों के लिए सुप्रसिद्ध था। इस बात को दृष्टिगत रखते हुए वनों में आई कुछ कमियों को पूरा करने के लिए पुनः बड़ी संख्या में पौध रोपण किया जा रहा है। मुख्य वन संरक्षक श्री ए.बी. मिंज ने कहा कि मैनपाट में लाखों की संख्या में पौधरोपण किया जा रहा है, ताकि यहॉ की हरियाली को संरक्षित रखा जा सके।
कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण का संरक्षण मानव जीवन के लिए नितांत आवश्यक है। इसी बात को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा बड़ी संख्या में पौधरोपण कराया जा रहा है। वनमण्डलाधिकारी श्रीमती प्रियंका पाण्डेय ने कहा कि इस वर्ष जिले में ढाई लाख पौधे लगाये जा रहें हैं तथा उनके संरक्षण के उपाये भी किये जा रहें हैं। उन्होंने बताया कि बरिमा में लगभग पचास हजार पौधे लगाये जा रहें हैं।
इस अवसर पर जिला पंचायत मुख्यकार्यपालन अधिकारी कुलदीप शर्मा, जनपद अध्यक्ष पतिबाई, उपाध्यक्ष अटल यादव सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि, ग्रामीण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।