इस तानाशाह कंपनी के कारण मतदान नहीं कर पाए दो गांव के आदिवासी मतदाता..

अम्बिकापुर . सरगुजा लोकसभा के एक मतदान केन्द्र मे मतदाताओं का खुला विरोध दिखा. मतदाताओं मे एक निजी कोल उत्खन्न कंपनी अदानी द्वारा दबाव पूर्वक भूमि अधिग्रहण करने की नाराजगी पहले से थी. जिसको लेकर ग्रामीणों ने पहले ही चुनाव बहिष्कार करने का एलान किया था. और अपना विरोध पत्र कलेक्टर के नाम एसडीएम को सौंपा था. दरअसल सरगुजा लोक सभा अंतर्गत आने वाले अम्बिकापुर विधानसभा के मतदान केन्द्र क्रमांक 252 के लोगों ने मतदान का विरोध किया है. ये मतदान केन्द्र उदयपुर ब्लाक के हरिहरपुर और फतेपुर गांव के लोगों के लिए स्थापित किया गया था.

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सूना पड़ा मतदान केन्द्र

गौरतलब है कि फत्तेपुर पोलिंग में कुल 551 मतदाता है जिनमें 271 पुरुष और 280 महिला मतदाता शामिल है. जिसमे महज 72 मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया है. ग्रामीण मतदाताओं के मुताबिक प्रशासन को पहले ही आगाह किया गया था कि अगर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया वापस नहीं की गई . तो वो मतदान का बहिष्कार करेंगे. और प्रशासन द्वारा मनाने की लाख कोशिशों के बाद हुआ भी वैसे ही. जैसा ग्रामीणों ने चेतावनी दी थी..

72 वोट किसके?
ग्रामीणो की माने तो 551 वोटरों मे जिन 72 वोटरो ने वोट किया है. उनमे से कुछ लोग अदानी कंपनी के दबाव मे वोट दे दिए. कुछ कंपनी के प्रलोभन मे आकर वोट दे दिए और कुछ को कंपनी ने नौकरी मे रखा है. हालांकि 549 मे 72 वोट पडने के बाद इसको पूर्णतः चुनाव बहिष्कार नहीं माना जा सकता. लेकिन सरगुजा के अन्य ग्रामीण अंचलों मे जिस तरह 70-80 फीसदी मतदान हुआ है. उससे ये साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि बहिष्कार तो हुआ है.