शादीशुदा से मोहब्बत के तार जोडना प्रेमी को पडा मंहगा.. 11 लोगो ने मिलकर कर दी हत्या।

Consisting of 11 people killed lover
Consisting of 11 people killed lover

सरगुजा

पुलिस अधीक्षक सरगुजा श्री सुन्दरराज पी. से प्राप्त जानकारी अनुसार दिनांक 27.06.2014 को लखनपुर थाना क्षेत्र ग्राम घुईभवना के जंगल में अज्ञात व्यक्ति की लाश प्राप्त हुई थी, जिसके शरीर पर गहरे चोट के निशान पाये जाने पर पर थाना लखनपुर में अपराध क्रं. 117/14 धारा 147,148,149, 302, 201 भादवि दर्ज कर विवेचना में लिया गया। जांच के दौरान मृत व्यक्ति की पहचान रामदेव आत्मज पनकू निवासी लोसगा रपटा पारा के रूप में हुई। पुलिस द्वारा पतासाजी करने पर ज्ञात हुआ कि मृतक रामदेव का प्रेम संबंध में रपटापारा में निवासरत महिला से प्रेम संबंध था, महिला का विवाह लगभग वर्ष एक पूर्व ग्राम कोसगा चारपारा निवासी धनीराम आ.जगरनाथ से हो गया था। विवाह उपरांत भी मृतक रामदेव महिला से मोबाईल फोन पर बात किया करता था, जिसकी जानकारी महिला के पति धनीराम एवं उसके पिता जगरनाथ को होने पर रामदेव की हत्या करने की योजना बनाकर महिला से दिनांक 25.06.2014 को रामदेव को ग्राम कोसगा चारपारा में बुलाया गया। जब महिला एवं रामदेव बात कर रहे थे, उसी दौरान आरोपी धनीराम, जगरनाथ, कपिल राम, कलम साय, देवचरण, ब्रम्हा राम, कृष्णा राम, विकास कुमार, मुकेश एवं बौना उर्फ मिथुन द्वारा रामदेव को पकड़ कर मारपीट कर गला दबाकर मार दिये। रामदेव की मौत हो जाने पर उसकी पहचान छुपाने के उद्देश्य से उसके चेहरे पर पत्थर से कुचल दिये। आरोपियों द्वारा रामदेव की लाश को ग्राम घुईभवना के जंगल में मृतक की ही पैंट से एक पेड मे लटका दिया।

घटना की सूचना मे लखनपुर पुलिस ने कल 27 जून को अज्ञात आरोपियो के खिलाफ मामला दर्ज कर । संदेहियो को धर पकड शुरु कर दी थी, जिसके बाद कल ही शव की शिनाख्त होने के बाद  पुलिस ने मामले पर परत दर परत जांच शुरु की । लिहाजा लखनपुर की इस कारवाही के दौरान 9 आरोपी पुलिस के हत्थे चढ चुके है।

पुलिस द्वारा प्रकरण की विवेचना करते हुयेे आरोपी जगरनाथ, कपिल राम, कलम साय, देवचरण, ब्रम्हा राम, कृष्णा राम, विकास कुमार, मुकेश को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर इनके द्वारा अपना जुर्म कबुल किया गया। प्रकरण में आरोपी धनीराम एवं बौना उर्फ मिथुन फरार चल रहे हैं जिनकी तलाश की जा रही है।

इस प्रकरण में थाना लखनपुर के सउनि उत्तम लाल देवांगन, अगस्तुस टोप्पो, प्रआर. ज्ञानचंद, आर. सतीश कुमार, अरविन्द तिवारी, दशरथ राजवाड़े, चंद्रभूषण तिवारी द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये 24 घण्टे के अंदर प्रकरण का पर्दाफाश किया गया एवं आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा।