शहडोल से सचिन गुप्ता की रिपोर्ट
- निर्धारित दर से महंगी है शराब
- मनपसंद ब्रांड नहीं रहता उपलब्ध
- खुले आम चल रही है अवैध शराब दुकाने
- हर नुक्कड़ पर उपलब्ध है शराब
जिले के अधिकांश शराब विक्रेताओं द्वारा निर्धारित रेट से अधिक दर पर शराब, बियर आदि विक्रय की जा रही है, यह बात अलग है कि नियमित रूप से शराब, बीयर का सेवन करने वाले इस अनियमितता की शिकायत नहीं करते है।
आबकारी विभाग द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक शराब दुकानों में बिकने वाले सभी उत्पादो की रेट लिस्ट दुकान में लगाई जाना आवश्यक है, बावजूद इसके किसी भी दुकान में रेट लिस्ट नहीं है, यदि कही लगी भी है तो उसमें खाना पूर्ति की जाती है।
शराब प्रेमियों का कहना है कि उन्हें 100 से 140 रूपये की बिक्री दर लिखी होने के बाद भी बियर के 150 रूपये वसूले जाते है, इस संबंध में जब दुकानदार से कहते है तो उसका एक लाइन का जबाव होता है, कि रेट बढ़ गये है। चूंकि रोज लेते है तो शिकायत भी नहीं कर पाते है।
लोगो का आरोप है कि एक तरफ विभाग के अधिकारी यह दावा करते है की जिले मे कही भी अवैध शराब का विक्रय नहीं होता है, वहीं दूसरी ओर कभी भी अवैध शराब की धरपकड़ के समाचार प्रकाशित होते रहते है, ऐसे में विभाग के निर्देश हवा-हवाई होते नजर आ रहे है। जिले में
चल रही अवैध शराब दुकानों के पीछे या बगल में अवैध अहाते खुले हुए है, जहां रात-रात भर शराब परोसी जाती है। अंचल में संचालित कबाब
व अंडे ठेलो में भी आसानी से शराब मुहैया कराई जाती है, हालत इस हद तक खराब है कि कई जगह मुख्य सड़को पर खुलेआम शराब का सेवन होते हुए देखा जा सकता है।
जानकारो की माने तो शराब विक्रेता उसी ब्राण्ड की शराब लाते है, जिसमें उनको अधिक मुनाफा होता है, इसके चलते शराब के शौकीनों को उनकी पसंद की मदिरा/बीयर नहीं मिल पाती है, ऐसे में मनमाने दाम देकर भी उन्हें पसंद की मदिरा नहीं मिलती है।
जिले में संचालित कई शराब विक्रेताओं द्वारा नकली तथा कम कीमत की शराब का विक्रय खुले आम किया जाता है, ऐसे में शराब के शौकीनों की विवशता होती है की वे अधिक दाम देकर भी अच्छे ब्राण्ड की शराब नहीं मिल पाती।
वही इस मामले में टी.आर. भिलावे सहायक आबकारी अधिकारी शहडोल का कहना है की पिछले कुछ दिनों से लोक सभा चुनाव में व्यस्त रहे, चुनाव संबंधी कई जानकारियां भी देनी पड़ी अब खाली हुए है, तो आपकी शिकायतों की जांच करेंगे, आबकारी नियमों का पालन कराया जायेगा, रेट लिस्ट लगवाई जायेगी, तथा शराब विक्रेताओं को निर्धारित रेट पर ही मदिरा, बीयर का विक्रय करने हेतु निर्देशित किया जायेगा।