अम्बिकापुर..सरगुजा स्वास्थ्य विभाग की एक जानलेवा करतूत फिर से सामने आई है.. एक बार फिर स्वास्थ्य महकमे के द्वारा मेडिकल वेस्ट को खुले में फेंक दिया गया है..जो पर्यावरण व इंसान और जानवरों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है..
वही इस मसले पर सीएमएचओ अब जांच के बाद कार्यवाही की बाद कह रहे है..
दरअसल अम्बिकापुर से रायगढ़ रोड पर स्टेट न्यूज की घाट पर मेडिकल बायो वेस्ट खुले में फेंकने का मामला सामने आया है.. जहां छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निशुल्क दी जाने वाली लाखों की दवाइयां खुले में फेंक दी गई है..हालांकि अभी तक इस बात का कबूल नामा किसी स्वास्थ्य केंद्र ने नहीं किया है की इन दवाईयों को खुले में किसने फेंकी है..
बता दे कि सूबे के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के निर्वाचन क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही देखने को मिली है..कहने को तो छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गरीबों के लिए दी जाने वाली दवाइयां खुले में फेंक दी गई है यह किसने फेंकी इस बात का पता तो नहीं चला है लेकिन जिन दवाइयों को खुले में फेंका गया है वह सभी एक्सपायरी डेट की दवाइयां है किसी दवाई का एक्सपायरी डेट 2016 था तो किसी दवाइयों का 2017 का है..जिससे मतलब साफ है की अस्पताल में मुफ्त में बांटी जाने वाली दवाइयां बांटने से पहले ही दबा कर रख दी जाती है ..और जब वो एक्सपायरी हो जाती हैं तो मजबूरन उन्हें फेंकना पड़ता है ..हालांकि अगर दूसरी ओर बात करें तो खुले में दवाइयां फेंकना मनुष्य व जानवरो और पर्यावरण तीनों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है.. लेकिन इस जानलेवा करतूत को किसने अंजाम दिया इसका जांच अगर हो जाए तो फिर दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा..
बहरहाल इस मसले को लेकर सीएमएचओ पूनम सिसोदिया ने जांच की बात कही है .उनका कहना है कि जो दवाएं खुले आसमान के नीचे पाई गई है..वे सारी दवाएं सीजी एमएससी की है..जिसका रिकार्ड विभाग के पास होता है..और उन्ही रिकार्डो की जांच के बाद दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी..अब सोचने वाली बात यह है कि इतनी भारी मात्रा में ये दवाईयां आई कहॉ से और कब तक दोषियों पर कार्यवाही हो सकेगी..और आखिर ऐसे में जब स्वास्थ्य महकमे के मुखिया खुद यही से हो..यह दो आने वाला वक्त ही बतायेगा..