दंतेवाड़ा..प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद कई विभागों अधिकारियों के ट्रांसफर के कयाश लगाए जा रहे थे.. और वे कयाश लाज़मी थे..क्योकि नये सरकार के मुखिया यानी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब अपने हिसाब से जिलो में पदस्थ अधिकारियों को फिट बैठाने का समीकरण तैयार करेंगे..और वैसा हो भी रहा है.. पर इन सबसे परे राज्य सरकार ने कल एक चौकाने वाला निर्देश जारी किया है..जो अब सियासी गलियारों में सुर्खियां बटोर रहा है..
दरअसल प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले ट्रांसफर त्यौहार चल रहा है..और रोजाना कभी मंत्रालय से तो कभी पीएचक्यू से ट्रांसफर आदेश जारी हो रहे है..लिहाजा ट्रांसफर लिस्ट को लेकर सरकारी महकमे में उत्सुकता का माहौल बना हुआ है..इसी बीच कल मंत्रालय से एक चौकाने वाला आदेश जारी हुआ है..जिसमे एक डीईओ को हटाकर उनकी जगह एक हाईस्कूल के शिक्षक को डीईओ बना दिया गया है..अब ऐसे में किस प्रकार की गुणवत्ता की उम्मीद की जा सकती है..यह शब्दो मे तो नही समझने में आसानी से जाहिर हो जाएगी..
बता दे कि हालिया दिनों में राज्य सरकार ने थोक के भाव मे जिला शिक्षा अधिकारियों का स्थान्तरण किया था..जिसके तहत जय कुमार प्रसाद को जिला शिक्षा (डीईओ) के पद पर स्थान्तरित किया था..पर अब राज्य सरकार ने कल आदेश जारी करते हुये उन्हें लोक शिक्षण संचालनालय में उप संचालक के तौर पर पदस्थ करते हुए..टी संवर्ग के व्याख्याता राजेश कर्मा को जिले का प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी बनाया है..वर्तमान समय मे राजेश एजुकेशन हब गीदम ब्लाक के ग्राम भोगाम हाईस्कूल मे पदस्थ है..
बहरहाल राज्य सरकार ने जो आदेश जारी किया वह चौका देने वाला तो है..लेकिन जिस पद पर राजेश की तैनाती की गई ..उस पद के लिए क्वालीफाई अधिकारियों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है..और इस स्थान्तरण आदेश पर राजनीतिक रंग भी चढ़ने लगा है..