चिरमिरी से रवि कुमार सावरे की रिपोर्ट..
बीते दिनों सुकमा में नक्सलियों द्वारा जवानों की गई निर्मम हत्या के विरोध में कांग्रेस ने पूरे छ0ग0 में बंद का अह्वान किया जिसके तहत सुबह से ही चिरमिरी मे वरिप्ठ कांग्रेसियो और कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने घूम – घूमकर दुकानों को बंद कराया। लेकिन अपने बंद का सफल बनाने के बहाने कांग्रेस ने आचार संहिता उल्लघंन कर अपनी जमकर प्रचार भी किया।
चिरमिरी व्लाक कांग्रेस अध्यक्ष की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी नेता हाथ में झंड़ा बैनर लेकर दुकानों को बंद करने की अपील व्यवसायिओं से करते हुएं दुकानों को बंद कराया। दरअसल बीते दिनों नक्सलियों ने एक बार फिर देष के जवानों की निर्मम हत्या कर दहशत पैदा करने की कोशिश की है,, जिसके लिए कांग्रेस ने विरोध स्वरुप एक दिन के लिए पूरे छ0ग0 को बंद रखने का अहवान किया था। कांग्रेस
के इस अहवान का असर पहले पहर मे तो देखा गया और इस दौरान व्यवसायिओं ने कांग्रेस के विरोध का समर्थन भी किया ,, लेकिन दोपहर के बाद से लगभग दुकाने खुल गयी और चिरमिरी नगर फिर से अपने प्रतिदिन की कार्यषैली में व्यस्त हो गया। उक्त विरोध प्रदर्शन में बंद कराने पहुंचे कांग्रेस के महिला कार्यकर्ता, युवक कांग्रेस सहित ब्लाक कांग्रेस के पदाधिकारी शामिल रहे।
बंद के दौरान आचार सहिता का हुआ उल्लधन –
नक्सली हिसा के विरोध में दुकाने बंद कराने का निर्णय कांग्रेस ने लिया पर वही चुनाव आयोग की आखों में धूल झोकने का भी प्रयास किया गया। दुकाने बंद कराते समय कांग्रेसी झंडा बैनर लेकर पैदल रैली निकाली और साथ ही भरपूर नारेबाजी की जो कांग्रेस का प्रचार – प्रसार करना एक सोची समझी रणनीति के तहत है, हालाकि चुनाव आयोग की निगाहे इस पर जरूर पड़ी होगी पर विरोध करने के नाम पर कांग्रेस द्वारा प्रचार -प्रसार करने का यह तरीका वाकई काबिले तारीफ रहा।