कोरबा
- छत्तीसगढ शासन खेल विभूति सम्मान से सम्मानित है श्री राय
- 70 की उम्र मे भी युवाओ जैसे जोश
- कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता का कर चुके प्रतिनिधित्व
उम्र ७० की और जोश १७ का जी हां आज हम आपको एक ऐसे बुजुर्ग युवा की दास्तां बताने जा रहे है जिनके हौसले के आगे उम्र ने भी घुटने टेक दिए है। ७० वर्ष का ये युवा मैडल पर मैडल जीत कर न सिर्फ कोरबा बल्कि छग का गौरव बढ़ा रहा है,,,,,,मौषम कोई भी हो मगर उनकी रूटीन में कोई फर्क नहीं पड़ता इस कारण आज भी उनका जोश और हौसला कायम है !
टेबल पर पड़े ये मैडल और सम्मान पत्रो के ये बण्डल ये बताने के लिए काफी है कि अगर कोई इंसान चाहे तो किसी भी क्षेत्र में मुकाम पा सकता है,, फिर उसकी उम्र को भी उसके हौसले के आगे नत् मष्तक होना पडता है,,,, हम ऐसा इस लिए कह रहे है क्योकि मेडलों का ये अम्बार खड़ा करने वाले 70 वर्षीय श्री बी एल राय ने इस उम्र मे भी खेल कूद के क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है,,,, २० सितम्बर १९४६ को उड़ीसा में जन्मे श्री राय ट्रिपल जम्प के क्षेत्र मे भारत के धुरधंरो की फेहरिस्त मे शामिल है,, साथ साथ खेल कूद के क्षेत्र में लम्बे समय से उपलब्धिया हासिल करते आ रहे है।
इन्होने सन २००६ में आस्ट्रलिया में आयोजित ट्रिपल जम्प में सिल्वर मैडल हासिल किया था इसके साथ ही २००९ में सिंगापुर में आयोजित ट्रिपल जम्प में ही तीसरा रैंक हासिल किया था इतना ही नहीं राय को छग सरकार ने २००९ में ही खेल विभूति सम्मान से भी अलंकृत किया है राय अपनी इन उपलब्धियों का श्रेय अपनी लगातार मेहनत और लगन को देते है !
ऐसा नहीं कि उम्र के इस पडाव के साथ ही इनका खेल की गति फीकी हुई हो,, बल्कि अभी हाल ही में राय ने मास्टर फेडरेसन ऑफ़ इंडिया द्वारा आयोजित खेल कूद प्रतियोगिता में ट्रिपल जम्प में ही गोल्ड मेडल हासिल किया है । वर्त्तमान में ये एक निजी स्कूल में बतौर खेल प्रशिक्षक अपनी सेवाए दे रहे है साथ ही युवाओ को खेल के क्षेत्र में अपने जज्बे के जरिये प्रेरणा भी दे रहे है,,,, राय कि इन उपलब्धियों से उन्हें
जानने वालो के साथ क्षेत्र के लोग भी अपने आप को गौरान्वित महशूश कर रहे है और उनके हौसले कि तारीफ़ करते भी नहीं थकते है।
छग खेल विभूति के रुप मे सम्मानित श्री राय को मलाल है तो केवल इस बात का कि सरकार खेल के क्षेत्र में कोई बेहतर कदम नही उठा रही है जिससे खिलाडियो को कोई ज्याजा मदद नहीं मिल पा रही है,,,, बहरहाल जिस उम्र में बी एल राय गोल्ड मेडल जीत रहे है उस उम्र मे खिलाडी कमेंट्री से भी सन्यास ले लेता है। ऐसी खेल विभूति को हमारा सत् सत् नमन ।।।।
- श्री बी एल राय (खेल विभूति से सम्मानित) खिलाड़ी
लगातार मेहनत करता हूँ, आस्ट्रेलिया और सिंगापुर में जीत दर्ज कि है ! बच्चो को खेल पर ध्यान देना चाहिए, हर चुनौती का सामना करना चाहिए !