डेटिंग का नाम सुनते ही बहुत से लोगों की नींद गायब हो जाती है। उन्हें डेटिंग से पहले ही रिजेक्शन का डर सताने लगता है। इस तरह के ख़्याल से वह परेशान हो उठते हैं। हालांकि, डेटिंग पूरी तरह से अनिश्चितता से भरी होती है। हमें पता नहीं होता कि क्या होने वाला है, लेकिन डेटिंग से पहले ही इस तरह चिंतित होने से काम बनने वाला नहीं है। यह चिंता और डर हमें नकारात्मक ख़्यालों में उलझा देती है, जिसकी वजह से हमारी भावनाएं दब जाती हैं। इसलिए हमें अपने मन से यह चिंता और डर निकालना होगा। इस आर्टिकल में हमारे एक्पर्ट आपको बता रहे हैं कि इस डर को कैसे दूर करें।