लंदन। हवाई में दूरबीन से किए गए अध्ययन में खगोलविदों ने पाया है कि चंद्रमा के धुंधले भाग का रंग फिरोजी रंग जैसा है।हवाई में माउना लोआ ऑब्जर्वेटरी में खगोलविदों ने पाया कि पृथ्वी से परावर्तित नीला प्रकाश जब चंद्रमा पर पड़ने के बाद वापस लौटता है तो वह हरे और नीले रंग के मिश्रण यानि फिरोजी रंग जैसा होता है। अध्ययन के प्रथम लेखक व कोपेनहेगन में डैनिश मेटियोरॉलॉजिकल इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीटर थेज्ल ने बताया कि यह चंद्रमा के धुंधले भाग के रंग की पहली शुद्ध माप है। इसके लिए शोधकर्ताओं ने ऑब्जर्वेटरी में दो साल तक दूरबीन और एक संवेदनशील कैमरा लगाए रखा। द गार्जियन अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि चंद्रमा का धुंधला भाग सीधे सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित नहीं होता है। यह भाग पृथ्वी द्वारा परावर्तित किरणों से प्रकाशित होता है।