अम्बिकापुर. सरगुजा वन वृत के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के जंगल मे विचरण कर रहे 16 हाथियों के दल के एक हाथी को 29 नवंबर को हाई फ्रिक्वेंसी सेटेलाइट कॉलर आई डी लगाया गया. इस खतरनाक आपरेशन को सफल बनाने के लिए अन्य प्रदेशों के वाईल्ड लाइफ एक्सपर्ट के साथ प्रदेश वन विभाग और पशु चिकित्सक की टीम शामिल थी.
दरअसल सरगुजा के लिए दहशत का पर्याय बन चुके हाथियों के लिए वन विभाग कई प्रयोग करने में जुटा है, इसी कड़ी में हाथियों के दलो पर नजर रखने के लिए हाई फ्रीक्वेंसी सेटेलाइट कालर आई डी हाथियों को लगाने का प्रयोग में विभाग जुटी हुई है. जहाँ आज प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के बंशीपुर बिट में हाथियों के 16 सदस्यीय बांकी दल के प्यारे नाम के हाथी को कालर आई डी लगाने में वन विभाग और विशेषज्ञों की टीम कामयाब हो गई.
चुनौती भरा रहा प्रयोग.
जहा क्षेत्र में हाथियों का आतंक ग्रामीणों के जहन से नही हट रहा है ऐसे में वन विभाग और विशेषज्ञों की टीम तीन दिन से हाथियों पर नजर रखे हुए भारी मशक्कत के बाद पहले प्यारे हाथी को बडी सावधानी से बेहोश किया गया .फिर एक्सपर्ट की टीम ने हाथी के गले कॉलर आई डी लगाया गया.
विशेषज्ञों की टीम
27 सदस्यीय टीम में देहरादून के डॉ पराग निगम, डॉ बिवाश डॉ सम्राट, नन्दन वन रायपुर डॉ जे के जडिया, कानन पेंडारी बिलासपुर से डॉ चन्दन , देहरादून से बायोलॉजिस्ट मिस्टर अंकित, साथ ही तमिलनाडु से टॉप स्लिप के दस टिकर्स , समेत अम्बिकापुर से डां सी के मिश्रा की भूमिका अहम रही छत्तीसगढ़ व सरगुजा के 27 सदस्यों की टीम सक्रिय रही. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में अब तक चार हाथियों को कॉलर आई डी लगाया गया जिसमें तीन हाथी सरगुजा वन वृत के है
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इतने खतरे के बीच आसान नहीं था आपरेशन कालर आईडीआईडी
https://youtu.be/O34RRiocuag