सतना: सहर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब पाकिस्तान जिन्दा बाद का नारा लिहा हुआ गुब्बारा बाजार में बिकता दिखा,, गुब्बारों की खबर पुरे सहर में आग की तरह फैली और हरे रंग के पाकिस्तानी गुब्बारे होने की खबर जगह जगह से आने लगी,, मीडिया ने जब इस मामले को संज्ञान में लिया,, तो पुलिस विभाग भी सख्ते में आगया,, और पहले तो कारवाही की बजाय मामले पर पर्दा डालने में जुट गया,, सख्ते में आई पुलिस ने आनन फानन पुटपाथ में गुब्बारा बेंचने वाली एक महिला को हिरासत में लिया,, दिलचस्प बात है की पाकिस्तानी गुब्बारा सतना के सिटी कोतवाली थाने के चाँद कदमो में बिकता रहा और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं,, जब मीडिया सिटी कोतवली टीआई से मामले पर जानकारी लेना चाही तो टीआई साहब मीडिया कर्मी का कैमरा तक छीनने की कोसिस किए !
सतना में पाकिस्तान जिन्दा बाद लिखे हुए गुब्बारे धड़ल्ले से बिक रहे,, यह गुब्बारे बंद पेकिट के अंदर से निकल रहे जिसके ऊपर टाइगर लिखा हुआ है,, भले ही सतना पुलिस इसे छोटी सी बात मान रही हो लेकिन मामला भारत की इंटिलिजेन्स की नींद उड़ाने को काफी है, नवरात्रि में सतना शहर की सड़कों पर पाकिस्तानी गुब्बारा बिक रहा है, बात इतनी भर होती तो चल जाती, गुब्बारे को फुलाने पर पाकिस्तान का झंडा और पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लिख जाता है, हिंदुस्तान के अंदर पाकिस्तानी झंडे सहित जिंदाबाद लिखे गुब्बारो का खुलेआम बिकना किसी बड़ी साजिश की तरफ इशारा है, दिलचष्प बात यह है, कि यह पाकिस्तानी गुब्बारे कुछ दिनों से नवरात्रि में पूरे शहर में खुलेआम बिकने की ख़बरें आरही है, और हमारी सतना पुलिस को खबर तक नहीं, जब सतना की सजग मीडिया ने मामले को संज्ञान में लेकर खबर बनाई तो टीआई साहब रोज़ खाने रोज़ कमाने वाली एक महिला को पकड़ कर मामले में पर्दा डालने की नाकाम कोशिश करते दिखे, मीडिया को खबर बनाने से मना करते दिखे, यही नहीं मिडिया का कैमरा तक पकड़ कर छीनने की कोसिस की,, जब मीडिया नही मानी तो टीआई साहब भाग खड़े हुये,, पुलिस हिरासत में आई महिला का कहना था की सहर में बहोत से बाहरी है जो दिल्ली से गुब्बारे लाकर यहाँ बेंच रहे, वह पढ़ी लिखी नहीं है इस लिए गुब्बारे में क्या लिखा उसे पता नहीं उसने एक जर्नल स्टोर से गुब्बारे का पैकिट खरीदा और उसी को पुटपाथ पर बेंच रही थी !
इस मामले पर बाड़ी लापरवाही के साथ बड़ा सवाल भी पैदा हो गया है, आखिर गुब्बारा आया कहाँ से जो सतना के बाजार में धडल्ले से बेंचा जा रहा, यही नहीं इन गुब्बारों को सतना की बाजार में भेजने का मकसद क्या है, तमाम सवालों पर से पर्दा उठाना अभी बांकी है, फिलहाल इस पुरे मामले को प्रथमदृष्ट्या सतना पुलिस महज एक अफबाह बता रही पर, देस द्रोह से जुड़ा यह मामला यूँ ही नहीं टाला जा सकता, इसके पीछे किसकी साजिस है और साजिस करता का क्या मकसद पुलिस को इस मामले की तह तक जाकर जाँच करना जरुरी है !