अम्बिकापुर. छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले का डिजिटल गांव तब भी सुर्खियों मे था. जब कई साल पहले गुजरात के पुंसारी के बाद सिलफिली के एक युवा ने साधारण सिलफिली को डिजिटल सिलफिली बना दिया था. और अब वो सिलफिली एक बार फिर सुर्खियों मे है क्योंकि इस बार गांव के दिवंगत सरपंच संजय नेटी की याद मे गांव के युवाओं ने कुछ ऐसा कर दिया है. जिससे रोजगार, उत्पाद का बेहतर उपयोग, सैर-सपाटा और शुद्द खाने पीने, की व्यवस्था एक ही स्थान मे मिल सकेगी. वो भी किसी बडे शहर की तर्ज पर…
सिलफिली गांव मे बने इस मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट का शुभारंभ 19 सितंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री डां सिंह करेंगे. जिसका अंतिम जायजा मंगलवार को सरगुजा संभाग आयुक्त टामन सिंह सोनवानी, आईजी सरगुजा हिमांशु गुप्ता, सूरजपुर कलेक्टर देवसेनापति, एसपी गिरजा शंकर जायसवाल ने किया. और कल शुभारंभ कल शाम 4 बजे सीएम कर देंगे!
युवाओं की सोंच का नतीजा
गांव की खुद की वेबसाइट , वेबसाइट को चलाने के लिए फ्रीवाई फाई की सुविधा के बाद अब सिलफिली गांव मे एक स्थान डवलप किया गया है. जिसमे मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट, पार्क, रेस्तरां एक ही स्थान मे है. जिससे मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट मे आस पास के सैकड़ो पशुपालक किसान उचित कीमत मे दूध बेंच सकेंगे. तो गांव और आस पास के लोग उसी स्थान मे बने पार्क मे सैर सपाटा और गांव के बच्चे मौज मस्ती कर सकेंगे. इतना ही नहीं इसी कैंपस मे बनें अत्याधुनिक रेस्तरां मे लोग शुद्ध जायकेदार भोजन का लाभ भी ले सकेंगे.. कुल मिलाकर किसी गांव के युवाओं की बेहतर सोंच का परिणाम ये है कि रोजगार, उत्पाद खपाने की व्यवस्था, किसानों की आमदानी और लोगों का मनोरंज एक ही स्थान मे हो जाएगा..
मिल्स प्रोसेसिंग प्लांट की विशेषता..
अभी तक आपने किसी विकसित शहर मे मिल्स प्रोसेसिंग प्लांट की यूनिट देखी होगी. लेकिन जब किसी गांव मे ऐसी यूनिट लग जाए तो इसकी तस्वीर आप के जहन मे साफ नहीं होगी. तो आप को बता दे कि किसी बडे शहर या कंपनी के मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट की तरह यहां भी ये प्लांट फंक्शन करेगा और शरूआत मे 500 किसानो द्वारा प्लांट मे पहुंचाए दूध की मदद से यहां दूध की बिक्री के अलावा घी, पनीर, मक्खन, दही, छांछ, रबडी और मिठाईयां बनाने का काम होगा. गौरतलब है कि सिलफिली के इस कैंपस को डवलप करने के लिए जिला प्रशासन ने 3 करोड़ से ज्यादा की आर्थिक मदद की है.
टेस्टिंग मे मिली सफलता.
जानकारी के मुताबिक सोमवार को प्लांट की टेस्टिंग मे ही 273 लीटर दूध की पैकिंग करके उसको संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर मे बेंच दिया गया. इसके अलावा टेस्टिंग मे 10 किलो घी भी निर्मित किया गया है. गांव के सरपंच अजय सिंह , युवा अनिल विश्वकर्मा और राजेश कुशवाहा से मिली जानकारी के अनुसार शुरूआत मे 500 पशुपालक किसानों को पिलखा झीर मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट मे पंजीयन होगा. उसके बाद 5000 किसानों का पंजीयन कराकर उनका उत्पाद यूनिट मे खपाया जाएगा. इतना ही नहीं संचालनकर्ताओ ने ये भी बताया कि दूध की क्वालिटी के हिसाब से पशुपालक किसानों को दूध की कीमत 32 रूपए से 40 मिलेगी. तो निश्चित तौर आने वाले समय मे डिजिटल सिलफिली समृद्ध सिलफिली बन जाएगा. और देश के सशक्त पंचायत की कगार मे खडा रहेगा..