जांजगीर चाम्पा। चार जिलों की पुलिस को हत्या और लूट के आरोप में जिन तीन शातिर अपराधियों की तलाश थी, उसे बालोद जिले की पुलिस ने धर दबोचा है। पुलिस गिरफ्त में आए आरपियों के खिलाफ एक स्कार्पियो चालक सहित पेट्रोल पंप कर्मियों की हत्या की कोशिश करने का आरोप है।
बालोद पुलिस के मुताबिक हत्या औरर लूट के आरोप में नेवरी कला निवासी राम निषाद पिता विजय निषाद (26), खोमन लाल साहू पिता फागू राम साहू (21), बालोद थाना खपरी, मालीघोरी निवासी डोमेन्द्र उर्फ देवराज विष्वकर्मा पिता रज्जू विष्वकर्मा (28) को गिरफ्तार किया है। इन बदमाशों पर बलौदाबाजार निवासी स्कार्पियो चालक की गला घोंटकर हत्या करने का आरोप है। बदमाशों को पकड़ने रायगढ़, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर जिला पुलिस की एक स्पेशल टीम बनाई गई थी। बदमाशों को लाटाबोड़ पेट्रोल पंप मे हुई लूट की घटना मे शामिल आरोपियों के फोटो मिलान कर गिरफ्तार किया है।
14-15 अगस्त को दो जिलों में लूट और हत्या
पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों ने जांजगीर-चांपा जिले के डभरा में 14 अगस्त को एक पेट्रोल पंप में लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इसके दूसरे दिन बदमाशों ने रायगढ़ जिले के सारंगढ़ थाना क्षेत्र में गुड़ेली के ेक पेट्रोल पंप में लूट की वारदात को अंजाम देते हुए दो पंप कर्मियों को चाकू मारकर गंभीर रूप से घायल कर फरार हो गए और लूट की वारदात में इस्तेमाल स्कार्पियो कार के चालक की बिलासपुर के पास हत्या कर लाश को ठिकाने लगाकर फरार हो गए। इसके बाद बदमाशों ने लूटी गई स्कार्पियो को महासमुंद जिले के पिथौरा थाना क्षेत्र में लावारिश हालत में छोड़कर फरार हो गए।
बलौदाबाजार में स्कार्पियो बुक किया
बता दें कि बदमाश बलौदाबाजार में किसी अमीत सोनी नाम के व्यक्ति से गिधौरी जाने के लिए स्कार्पियो बुक किया था। स्कार्पियो मालिक की अपने चालक के साथ रास्ते में क रीब एक घंटे तक बात हुई। उसके बाद वाहन चालक का मोबाइल बंद बता रहा था। बदमाशों ने अपना अपना अपराध कबूल कर लिया है।
सीसीटीवी फुटेज मिलान से पकड़े गए आरोपी
हत्या और लूट की जांच कर रही रायगढ़ और जांजगीर पुलिस को आरोपियों के डभरा और अन्य जगहों से स्पष्ट सीसीटीवी फुटेज मिले थे। इस फुटेज को पुलिस ने प्रदेश के सभी थाना क्षेत्र की पुलिस को सर्कुलेट किया था। इसी आधार पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। बदमाशों ने पेर्टोल पंप से लूटे गे मोबाइल को बीच रास्ते में ही फेंक दिया था। मोबाइल फेंके जाने की वजह मोबाइल लोकेशन ट्रेस होने से बचने के लिए था।