बलरामपुर(राजपुर: पुरन देवांगन) गुरुवार को महान नदी के तेज बहाव में बही वृद्ध महिला का शव चार दिन बाद गाँव के ही ढोढ़ीपारा में नदी के किनारे रेत में दबा मिला।ग्रामीणों के सूचना उपरांत पहुंची राजपुर पुलिस ने शव का पांचनामा पश्चात पीएम कराकर परिजनों को सौप दिया है।वहीँ शव मिलने की जानकारी लगते ही क्षेत्रीय विधायक ने भी मौके पर पहुंच परिजनों से मुलाकात की।
गत 26 जुलाई को राजपुर विकास खण्ड के ग्राम परसवार कला में नदी पार करने उतरी महिला का पैर फिसलने से नदी के तेज बहाव में बह गई थी जिसका शव ग्रामीणों द्वारा घटना स्थल से 300 मीटर की दूरी पर नदी में पानी कम होने से रेत में दबा देखा गया।रविवार की दोपहर गांव के ही एक युवक भुखन राम ने नदी के किनारे महिला का शव देखा,जिसके बाद उसने गांव वालो को इसकी जानकारी दी।जानकारी लगते ही ग्रामीणों ने राजपुर थाने में इसकी सूचना दी,सूचना मिलते ही राजपुर थाना प्रभारी अखिलेश सिंह अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुँच कर शव को निकलवा पंचनामा तैयार किया गया।वही शव मिलने की जानकारी लगते ही क्षेत्रीय विधायक गाँव पहुँच कर घटना स्थल का जायजा लिया और मृत महिला के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें प्रशासन की तरफ से मिलने वाले मुआवजा राशि दिलाने राजपुर एसडीएम से चर्चा कर प्रकरण बनने निर्देशित किया।साथ ही महिला के शव पानी मे पड़े रहने से शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने में होने वाले परेशानी को देखते हुए उन्होंने राजपुर बीएमओ से फ़ोन पर चर्चा कर डॉक्टरो के टीम को गाँव मे ही बुला कर पोस्टमार्टम की कार्यवाही पूरी कराई जिसके बाद परिजनों के द्वारा गांव में ही महिला का अन्तिम संस्कार का किया गया।वहीँ जानकारी लगते ही राजपुर एसडीएम बालेश्वर राम ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
गौर तलब है कि क्षेत्र के गेउर एवं गागर नदियों का पानी महान नदी में जाकर मिलता है जिससे महान नदी में पानी का बहाव तेज हो जाता है।ऐसे में बगैर पुल के ग्रामीण अपने मवेशियों सहित अपने जान जोखिम में डालकर नदी को पार करने को मजबूर होते हैं।
नहीं मिली नाव तो करेंगे चक्काजाम:-महिला के शव मिलने की जानकारी के बाद परिजनों से मिलने पहुँचे क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रीतम राम ने गाँव वालों की समस्या सुनी जिसके बाद विधायक ने प्रशासन से एक सप्ताह के अंदर गाँव के लोगों को नदी पार करने के लिए नाव उपलब्ध कराने की बात कही।उन्होंने कहा कि प्रशासन अगर इस पर कोई पहल नही करता है तो महान 2 से हो रहे कोयले का परिवहन को बंद कर गाँव वालों के साथ मिलकर चक्का जाम किया जाएगा।उन्होंने कहा कि प्रशासन से पुल के निर्माण के लिए विगत 2 वर्षों से मांग किया जाता रहा है बजट में शामिल होने के बाद भी आज तक पुलिया निर्माण के लिए कोई ठोस पहल नही किया गया है।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को महान 2 से मिलने वाले रायल्टी की राशि के 60 % की राशि प्रभावित क्षेत्रों में खर्च करना सरकार के नियमावली में है परन्तु पूर्व कलेक्टर द्वारा सभी नियमों को ताक पर रखते हुए नियम विपरीत डीएमएफ राशि खर्च किया गया।