बलरामपुर सरप्लस राज्य में विद्युत कटौती को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहने वाले छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कम्पनी के कर्मचारियों का आज उस समय पसीना छूट गया जब करंट की चपेट में आकर एक बकरी दम तोड़ गई..बिजली विभाग के अधिकारी घण्टो मौके पर बैठकर इस सम्बंध में विश्लेषण करते रहे की आखिर मृत बकरी के शरीर में करंट की अविरल धारा क्यो अबतक क्यो बह रही है..इस फेर में विभाग ने घण्टो बिजली व्यवस्था को ठप्प कर दिया…
दरसल यह वाक्या बलरामपुर जिला मुख्यालय के मध्य चांदो चौक पर स्थित विद्युत ट्रांसफार्मर के पास का है..जहाँ पर बीती रात उसी ट्रांसफार्मर की करंट की चपेट में आने से बलरामपुर निवासी रिटायर्ड वनकर्मी वीरेन्द्र पांडेय की गाय मृत पाई गई..जिसके बाद लोग यही अनुमान लगा रहे थे..की गाय की अज्ञात कारणों से मौत हुई होगी..और गाय मालिक गाय का शव मौके से ले गए…इसी बीच सुबह 10 बजे एक बकरी भी उक्त जगह पर करंट की चपेट में आकर मर गई..
वही तब जाकर लोगो को माजरा समझ मे आया ..आनन फानन में बिजली दफ्तर तक जानकारी पहुचाई गई..और विभागीय कर्मचारी भी जूनियर इंजीनियर के नेतृत्व में मौके पर पहुँचे… बिजली विभाग के कर्मचारी समीक्षा करने लगे कि ट्रांसफार्मर के दो से तीन मीटर की परिधि में करंट क्यो प्रवाहित हो रही है..बिजलीकर्मी मशक्कत करते रहे कि कही ट्रांसफार्मर में कोई फाल्ट तो नही आ गया..तथा तमाम उपयो के बाद भी बिजलीकर्मी यह नही समझ पा रहे है की आखिर ऐसा क्यों हो रहा है…जूनियर इंजीनियर घण्टो मृत बकरी के पास बैठ टेस्टर लगा यह जाँचते-परखते रहे की आखिर बकरी के शव में करंट की सप्लाई कहा से और कैसे हो रही है…इस चक्कर मे विभाग ने कई बार शहर की बिजली काटी.. इन पंक्तियों के लिखे जाने तक यही सिलसिला बदस्तूर जारी रहा…