चंडीगढ़ अपने सेवाकाल के दौरान 71 तबादले झेल कर चर्चा में रहे हरियाणा के सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी प्रदीप कासनी ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। वह इसी 28 फरवरी सेवानिवृत्त हुए थे। कासनी सहित अंबाला के सुखविंद्र नारा और जेएनयू में छात्र नेता रहे सोनीपत निवासी प्रदीप नरवाल ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के निवास पर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.अशोक तंवर ने उनको कांग्रेस में शामिल कराने में अहम भूमिका निभाई आैर राहुल गांधी के निवास पर ले जाकर कांग्रेस में शमिल कराया। अशोक तंवर ने इस मौके पर कहा कि प्रदीप कासनी और प्रदीप नरवाल को शीघ्र ही पार्टी में अहम जिम्मेदारी सौंपी जाएंगी।
प्रदीप कासनी 1980 में हरियाणा सिविल सेवा के अधिकारी बने थे और 1996 में बतौर आइएएस पदोन्नत हुए। भाजपा के साढ़े तीन साल के कार्यकाल में प्रदीप कासनी अपने तबादलों को लेकर खासे चर्चा में रहे। कासनी के सेवाकाल के दौरान 71 बार तबादले हुए।
कासनी ने कहा कि देश को सांप्रदायिक ताकतों से बचाने के लिए कांग्रेस को मजबूत करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सेवाकाल के दौरान उन्होंने देखा कि कांग्रेस का शासन अन्य दलों से बेहतर रहा है। यही कारण है कि उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस में आस्था जताई है। हरियाणा में कांग्रेस से चुनाव लड़ने के सवाल पर कासनी ने कहा कि अभी पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी देगी, उसे निभाएंगे। वह प्रदेश की 10 लोकसभा व 90 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की मजबूती के लिए काम करेंगे।