रायपुर पिछले साल आॅपरेशन गर्जना की गूंज और उसकी सफलता के अनुभव के साथ ही इस साल भी आॅपरेशन गर्जना 2018 की शुरूआत किया जाएगा.. जिसके तहत आगामी 5 जून से 11 जून तक रोज सुबह प्रदेश के सभी 27 जिला मुख्यालय मे महिलाओ के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा… जिसमें 8 से 80 वर्ष तक की महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा.. इनमे कराते, जुडो की बेसिक तकनीक व पिन , दुपट्टा, चूड़ी, घड़ी, पैन, क्लिप, आदि जैसे सामान से खुद के बचाव के लिए हथियार के रूप में कैसे उपयोग होता है.. इसकी गहन जानकारी शिविर में मौजूद एक्सपर्ट कोचों द्वारा दी जाएगी… आॅपरेशन गर्जना 2018 में 10000 हजार से अधिक महिलाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देने का लक्ष्य रखा गया है… गौरतलब है कि इस आयोजन के प्रायोजक महिला बाल विकास विभाग, संरक्षण एवं सहयोग की भूमिका मे छ.ग. पुलिस के साथ ही समन्वय की भूमिका मे मितान पुलिस टाइम्स का होगा…
आपरेशन गर्जना का मकसद
महिलाए अक्सर अपने साथ होने वाली छोटी-छोटी घटनाओ और छेड़खानियों को नजर अंदाज कर देंती है…. घरेलू महिला हो या बाहर काम करने वाली हर दूसरी महिला ऐसी परेशानियों से लड़ने की बजाए बचने के लिये अपना रास्ता बदलत लेती है…. और फिर लोकलाज के भय मे महिलाए इस तरह की समस्या को परिवार या पुलिस दोनो से नही कह पाती है… महिला की इस चुप्पी के कारण उसकी समस्या कम होने की बजाय, और बढ़ जाती हैं परेशान करने वालों की हिम्मत भी बढ़ जाती हैं और जुर्म की सम्भावनाएं प्रबल हो जाती है…. भविष्य में महिलाओं को ऐसी समस्या ना हो और उसका सामना करने के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने व महिलाओ को सशक्त बनाने के लिए आॅपरेशन गर्जना जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे है…. आयोजनकर्ताओ के मुताबिक आपरेशन गर्जना का प्रयास है किसी भी विपरीत परिस्थितियों मे महिलाएं अपने आत्मविश्वास की गर्जना से असामाजिक तत्वों को उनकी औकात दिखा सके ऐसे कार्यक्रम महिलाओ के लिए वरदान साबित हो सकते है ताकि महिला खुद की ताकत महसुस कर आत्मनिर्भर रह सकती है। और दूसरों की सुरक्षा के काबिल भी खुद को रख सकती है…
आयोजन समिति अध्यक्ष पूर्व डीजीपी श्री राजीव श्रीवास्तव, स्मिता पांडे, नीता डूमरे, हर्षा साहू, वर्णिका शर्मा, मोहम्मद सिराज एवं अन्य समिति सदस्य