सीतापुर (अनिल उपाध्याय ) विगत पखवाड़े भर में आबकारी विभाग ने क्षेत्र में अवैध गाँजा एवं शराब विक्रेताओं के विरुद्ध ताबड़तोड़ छापामारी की किन्तु कार्रवाई एक के विरुद्ध भी नही किया।छापेमारी के दौरान विभाग को कई जगह सफलता भी हासिल हुई किंतु अधिकारी कार्रवाई के बजाये मौके पे ही ले-देकर मामला निपटा दिया।आबकारी विभाग के इस रुख से ग्रामीणों में काफी नाराजगी है उन्होंने विभाग पर आरोप लगाते हुये कहा कि विभाग के अधिकारी पैसे लेकर अवैध गाँजा एवं शराब विक्रेताओं को संरक्षण दे रहे है।
विगत पखवाड़े भर के अंदर क्षेत्र में आबकारी विभाग ने ग्राम रायकेरा,भुषु,सुर,गुतुरमा बनेया में अवैध गाँजा एवं महुआ शराब बेचने वालों के यहां ताबड़तोड़ छापे मारे इस छापामारी अभियान में विभाग को कई जगह सफलता भी हासिल हुई किन्तु विभागीय अधिकारियों ने किसी के विरुद्ध भी नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई नही की सभी मामले मौके पर ही निपटा दिये गये।अधिकारियों की इस रुख से ग्रामीणों में काफी नाराजगी है ग्रामीणों ने कहा कि खुलेआम नशे का अवैध धंधा करने वाल सौदागरों की चपेट में आकर आज का युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में पड़ता जा रहा है।ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे इस कदर नशे की चपेट में आ चुके है कि अब वो अपनी शौक पूरा करने चोरी जैसी घटनाओं को भी अंजाम देने लगे है वही आबकरी विभाग इनके विरुद्ध कार्रवाई के बजाये मोटी रकम लेकर इन्हें संरक्षण प्रदान कर रही है।इस संबंध में रामदयाल,केवल राम सुखमतिया आदि ने बताया कि विगत दिनों रायकेरा चौक पर आबकारी वालो ने क्षेत्र के कुख्यात गाँजा तस्कर को माल समेत पकड़ा था किंतु उसके विरुद्ध कार्रवाई के बजाये मोटी रकम लेकर मामले को वही निपटा दिया गया।इसके अलावा भुषु,बनेया में भी विभाग वालो ने पैसा खाकर गाँजा तस्करों को छोड़ दिया।कुछ दिन पहले तो आबकारी वालो ने ग्राम सुर की एक महिला को गाँजा बेचते रंगे हाथों पकड़ा और उससे मोटी रकम की माँग की पैसा नही देने पर उसे पूरा दिन अपने साथ बंधक बना कर घुमाते रहे देर शाम जब उसके पति ने पैसा दिया तब जाकर उसे छोड़ा गया।गाँजा एवं अवैध शराब विक्रेताओं के प्रति विभाग के इस रुख से ग्रामीण काफी आक्रोशित है।
इस संबंध में जब जिला आबकारी अधिकारी टी आर पैंकरा से बात की गई तो उन्होंने पहले जानकारी नही होने की बात कही बाद में जब उन्हें पूरी वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया तब उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में जानकारी लेने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।