- ब्याज पटा पटा कर परेषान है कृषक
- रमन सरकार किसानों के हितों की कर रही अनदेखी
सूरजपुर (रक्षेन्द्र प्रताप सिंह)- जिले के कई किसानों ने राज्य शासन की महत्वपूर्ण योजना बाड़ी विकास के तहत ऋण तो ले लिया परन्तु राज्य शासन की लापरवाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल पिछले कई वर्षाें से राज्य शासन द्वारा बाड़ी विकास योजना के तहत ऋण तो स्वीकृत कर दिया गया है परन्तु अनुदान की राषि उनके खाते में समायोजित नहीं की जा रही है। इसके कारण किसानों में राज्य शासन के प्रति घोर आक्रोष व्याप्त है।
विदित हो कि किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा 80 हजार रुपए की राषि बतौर ऋण बाड़ी विकास योजना के तहत स्वीकृत की गई थी। जिसके किसान के वर्ग अनुसार 35-50 प्रतिषत की अनुदान राशि राज्य शासन द्वारा जमा की जानी थी। सन् 2011 में इसी प्रकार जनपद पंचायतों के माध्यम से किसानों का चयन कर उनको योजना के तहत ऋण दिया गया था। वहीं इसके करीब 7-8 साल बीत जाने के बावजूद राज्य शासन द्वारा अनुदान की राशि हितग्राहियों के खाते में समायोजित नहीं की गई है। किसानों ने राज्य शासन से मांग की है कि अनुदान की राशि उनके खातों में शीघ्र समायोजित कराएं। अत्यधिक ब्याज दर की राशि पटाते पटाते उनकी आर्थिक स्थिति जर्जर होती जा रही है।