बलरामपुर कृष्ण मोहन कुमार हमीन इहा आइल ही,खेल खेले ला,हमीन के पहली बार महसूस होलक की ,कोई सरकार हमनो के बारे में सोच रखेल,आज पहिला बार हमनो के अइसन लागलक की हमनो कुछ कर सकत हि…
आज पहिले हमीन के दौड़ गोला फेंक ,अऊ भी कई तरह के खेल खेले के मौका मिललक,अऊ हमन के ईनाम भी मिललक, अऊ हमीन के लिए सबझन ताली बजात रहे,ओकर से हमीन के हौसला बहुत बढ़लक….
हमीन के लागलक की अगर हमीन भी मेहनत करी ,त खेल के क्षेत्र में आगे जा सकत ही….
हमीन के सब दिबयांग बच्चा लोग के तरफ से शासन प्रशासन से गुहार ही क ,की हमीन के लिए लगातार इस तरह के आयोजन करल जाए…
अऊ हमीन के लिए कोचिंग के व्यवस्था भी करल जाए ,त हमीन भी एक दिन खेल के क्षेत्र में अपन जिला अऊ राज्य के नाम रोशन कर सकत ही…
ये भावार्थ है उन दिव्यांग बच्चों के जो खेलो इंडिया खेलो के तहत आयोजित हुए ओलम्पिक गेमों में शिरकत करने पहुँचे थे।
150 दिव्यांग बच्चे रहे प्रतिभागी….
दरसल बलरामपुर के हाई स्कूल प्रांगण में भारत सरकार के खेल एवं युवक कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित स्थानीय खेलो समेत ओलम्पिक के खेलों का आयोजन किया गया,जिसमे दौड़,गोला फेंक बोच्ची का आयोजन किया गया ।
इस खेल प्रतियोगिता में जिले भर के स्कुलो में अध्ययनरत 150 दिव्यांग बच्चे शामिल हुए।
हर वर्ष आयोजित दिव्यांग बच्चों की खेलो की प्रतिस्पर्धा का खेल…राजेश…
भारत सरकार के खेल एवम युवा कल्याण मंत्रालय के ओलम्पिक खेलो के जिला समन्वयक राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि ,दिव्यांग बच्चों में खेल के प्रति रुचि को देखते हुए हर वर्ष इस तरह के खेलों के आयोजन कराये जाएंगे।
दिव्यांग बच्चों के चेहरों पर आई मुस्कान…भानू,
वही जिले के खेल प्रेमी भानू प्रकाश दीक्षित के प्रयास से बलरामपुर में दिव्यांग बच्चों के खेल का आयोजन हुआ,भानू प्रकाश ने न केवल दिनभर दिव्यांग बच्चों के साथ बिताया,बल्कि उन्होंने इन दिव्यांग बच्चों को हसाया भी,उन्होंने दिव्यांग बच्चों की हौसला अफ़जाई भी की।
भानु प्रकाश दीक्षित ने बताया कि ,दिव्यांग बच्चों के लिए खेल का आयोजन जिले में पहली बार किया गया,जिससे निश्चित तौर पर क्षेत्र के दिव्यांग बच्चों में स्थानीय खेलो के प्रति रुचि बनी रहेगी,यही नही ओलम्पिक गेम्स 2017 का हिस्सा रहे बोच्ची गेम आकर्षक का केंद्र रहा।
दिव्यांग बच्चों के खेल प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा भी देखने को मिली और प्रतिभागियों को ईनाम भी वितरित किये गए।