नई दिल्ली रेलवे की ग्रुप सी और डी की भर्ती परीक्षा की प्रक्रिया में कुछ नये नियमों को लेकर छात्रों के विरोध के मद्देनजर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अहम फैसला लिया है. अब 10 वीं पास छात्र, आईटीआई या नेशनल अप्रेंटिंस सर्टिफिकेट वाले छात्र भी इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. रेलवे पहले ही आयु सीमा में तीन साल की छूट देने और परीक्षा फीस वापस करने की घोषणा कर चुका है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि कार्मिक मंत्रालय के निर्णय के आधार पर रेलवे की ग्रुप सी और डी परीक्षाओं में आयु सीमा को धीरे-धीरे कम करने का फैसला लिया गया था और इसके आधार पर इस बार दो साल उम्र सीमा कम कर दी गयी थी.
देश में कौशल विकास को देखते हुए ही आईटीआई सर्टिफिकेट को अनिवार्य किया गया था. लेकिन रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में तय किया गया कि इसे लेकर छात्रों के बीच जानकारी सही तरीके से नहीं पहुंच पायी है और इससे लाखों छात्रों के भविष्य पर असर पड़ सकता है. इसीलिए छात्रों की मांग को देखते हुए नियमों में बदलाव का फैसला लिया गया है. रेल मंत्री ने कहा कि परीक्षा फीस बढ़ाने का फैसला इस आधार पर लिया गया था कि आवेदन तो लाखों छात्र करते थे, लेकिन परीक्षा देने नहीं जाते हैं. परीक्षा के लिए जरूरी इंतजाम करने में काफी खर्च होता था.रेल मंत्री ने कहा कि फीस बढ़ाने का निर्णय इसलिए लिया गया था कि इसमें जो सीरियस कंडीडेट हैं, वहीं परीक्षा फार्म भरे और जो कंडीडेट ऐसे ही फार्म भर देते थे, उसे हतोत्साहित किया जाये. ऐसे में परीक्षा फीस सामान्य वर्ग के लिए 100 रुपये से 500 रुपये की गयी थी. आरक्षित वर्ग के लिए यह 250 रुपये थी. लेकिन जो छात्र परीक्षा देंगे, उन्हें बाकी पैसा उनके बैंक खाते में जमा करा दिया जायेगा. गरीब छात्रों को देखते हुए सामान्य वर्ग के छात्रों के 400 रुपये खाते में लौटा दिया जायेगा. रेलवे पहले ही आयु सीमा में तीन साल की छूट देने और परीक्षा फीस वापस करने की घोषणा कर चुका है.