रायपुर. 17 जनवरी 2014
सरगुजा जिले के विकासखंड बतौली के बोदा, सूरजपुर जिले के विकासखंड प्रतापपुर के गौरा
, बलरामपुर जिले के विकासखंड रामचंद्रपुर के भावरमल और डिंडो
राजनांदगांव और कवर्धा जिले के सर्वाधिक 22-22 गांव शामिल
छत्तीसगढ़ के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के राज्य निर्मल ग्राम चयन समिति ने राज्य निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए 216 गांवों की अनुशंसा की है। निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए इन गांवों के नाम भारत सरकार को भेजे जाएंगे। विभागीय सचिव श्री गणेश शंकर मिश्रा की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में आयोजित राज्य निर्मल ग्राम पुरस्कार चयन समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। राज्य निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए प्रदेश भर से प्राप्त 293 आवेदनों में से जिला कलेक्टरों की अध्यक्षता वाली जिला जल एवं स्वच्छता समिति द्वारा 216 आवेदनों का चयन कर इन्हें अनुशंसा के लिए राज्य निर्मल ग्राम चयन समिति के पास भेजा गया था। राज्य स्तरीय चयन समिति अब इसे अपनी अनुशंसा के साथ भारत सरकार को भेजेगी। उल्लेखनीय है कि अब तक प्रदेश के 817 ग्राम पंचायतों को भारत सरकार द्वारा निर्मल ग्राम पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए अनुशंसित 216 गांवों में सर्वाधिक 22-22 गांव राजनांदगांव और कवर्धा जिले के हैं। अनुशंसित गांवों में कोरबा जिले के 19, जिला रायगढ़ के 17, जिला उत्तर बस्तर (कांकेर) के 16, जिला रायपुर के 15, जिला दक्षिण बस्तर (दंतेवाड़ा) के 12, जिला जशपुर के 11, बिलासपुर, बालोद और बेमेतरा जिले के 10-10, जिला धमतरी के आठ, कोरिया, मुंगेली, गरियाबंद एवं बलौदाबाजार जिले के छः-छः, जिला दुर्ग के पांच, जिला बस्तर के चार, जिला बलरामपुर के तीन, जांजगीर-चांपा और महासमुंद जिले के दो-दो एवं सरगुजा, सूरजपुर, कोंडागांव तथा बीजापुर जिले के एक-एक गांव शामिल हैं।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कि भारत सरकार वर्ष 2003 से निर्मल ग्राम पुरस्कार के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम को प्रोत्साहित करने का काम कर रही है। पूर्व में संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के नाम से संचालित इस कार्यक्रम का नाम बदलकर 2012 से निर्मल भारत अभियान कर दिया गया है। निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए पहले ग्राम पंचायतों का चयन भारत सरकार द्वारा किया जाता था। लेकिन इस बार इन पुरस्कारों के लिए चयन की कार्यवाही राज्य स्तर पर गठित समिति के माध्यम से की गई है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सचिव श्री गणेश शंकर मिश्रा की अध्यक्षता में इसके लिए चयनित गांवों का अनुमोदन किया गया। श्री मिश्रा ने बताया कि निर्मल ग्रामों के चयन के लिए कठोर मापदंड निर्धारित किए गए हैं। गांव में खुले में शौच से पूर्ण मुक्ति, स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वच्छ शौचालयों की व्यवस्था, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत पीने के पानी के प्रबंध जैसे कड़े मापदंडों पर खरे उतरने वाले एवं खुले में शौच जाने पर दंड देने संबंधी प्रस्ताव पारित करने वाले पंचायतों की ही अनुशंसा समिति ने निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए की है। उन्होंने बताया कि इन कठोर मापदंडों के कारण ही निर्मल ग्राम के लिए प्राप्त 293 आवेदनों में से 216 ही स्वीकृत हो सके हैं। भारत सरकार द्वारा इनमें से 30 फीसदी ग्रामों का निर्धारण कर राज्य सरकार द्वारा भेजी गई सूची का अतिक्रमीकरण किया जाएगा। बैठक में संचालक, संचार क्षमता एवं विकास इकाई (सी.सी.डी.यू.) श्रीमती यास्मिन सिंह, संचालक, राज्य जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन श्री एम.ए. खान, प्रमुख अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री टी.जी. कोसरिया सहित यूनीसेफ, स्कूल शिक्षा, स्वास्थ्य और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रतिनिधि मौजूद थे।
राज्य निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए राजनांदगांव जिले के विकासखंड अंबागढ़-चौकी के ग्राम पंचायत बहोरनभेड़ी, ब्राम्हणभेड़ी, गोपलीनचुआ और घोड़ाटोला, विकासखंड छुरिया के चिखलाकसा, विकासखंड डोंगरगांव के दर्री, घोरदा, संगीनकछार, सोनेसरार एवं चैतूखपरी, विकासखंड खैरागढ़ के बैगाटोला, कुम्ही, रगरा, रूसे और टोलागांव, विकासखंड मानपुर के भर्रीटोला तथा दिघावड़ी, विकासखंड मोहला के गिधाली और मटेवा एवं विकासखंड राजनांदगांव के डोमहाटोला और गिधवा ग्राम पंचायत की अनुशंसा की गई है। इसी तरह से कवर्धा जिले के विकासखंड बोड़ला के बाघुटोला, गंडईखुर्द, खैरबनाखुर्द और कुसुमघटा, विकासखंड कवर्धा के घुघरीखुर्द, जिनदा, कोसमंदा, पालीगुड़ा एवं पनेका, विकासखंड पंडरिया के दशरंगपुर, माहली, मलकचरा, रैतपारा तथा सरईसेत, विकासखंड सहसपुर-लोहारा के बड़ोदाकला, दनियाखुर्द, धरमगढ़, हठलेवा, सिंगारपुर, सिंघनगढ़, सुरजपुरा (ह) और सुरजपुरा (प) ग्राम पंचायत की अनुशंसा की गई है।
कोरबा जिले के विकासखंड करतला के गड़ापाली, गाथाद्वारी और जुनवानी, विकासखंड कटघोरा के ढेलवाडीह, पोंडी एवं रंगबेल, विकासखंड कोरबा के बेला, डोंडरो, कतबीतला, केरवा तथा सोनपुरी, विकासखंड पाली के बुड़बुड़, धौराभाठा, कपोत और ननगोई, विकासखंड पोड़ी-उपरोड़ा के घुचपुर, कोनकोना, लाद और मड़ई ग्राम पंचायत के नाम निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए भारत शासन को भेजे जाएंगे। इसी प्रकार से रायगढ़ जिले के विकासखंड बरमकेला के नदीगांव, विकासखंड धरमजयगढ़ के बरतापाली, कोयलार और नारकलो, विकासखंड घरघोड़ा के झरियापाली, विकासखंड खरसिया के दोमनारा, विकासखंड लैलूंगा के आमापाली, जतरा, झरामा, कटकलिया एवं पाकरगांव, विकासखंड पुसौर के कोंडातरई, विकासखंड रायगढ़ के देलारी तथा पंडरेपानी (व), विकासखंड सारंगढ़ के छिंद और विकासखंड तमनार के राबो ग्राम पंचायत की अनुशंसा इस पुरस्कार के लिए की गई है।
जिला उत्तर बस्तर (कांकेर) के विकासखंड भानुप्रतापपुर के बांसला, भिरागांव और घोटा, विकासखंड चारामा के भनपुरी, गितपहार, गोलकुम्हड़ा, हरदुला, कोतेला, कुरूभाट, पलेवा एवं पंडरीपानी, विकासखंड कांकेर के दसपुर, गोविंदपुर, पटोद तथा सारंगपाल और विकासखंड नरहरपुर के थानाबोदी ग्राम पंचायत के नाम निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए भारत शासन को भेजे जाएंगे। इसी तरह से रायपुर जिले के विकासखंड अभनपुर के आमदी, गातापार, खोला और टोकरो, विकासखंड आरंग के देवारभाठा, दिघारी एवं खोरसी, विकासखंड धरसीवा के बहेसर, कपसदा, मुरेठी तथा परसतराई, विकासखंड तिल्दा के बरतोरी, कोहका और राजिया ग्राम पंचायत की अनुशंसा इस पुरस्कार के लिए की गई है।
जिला दक्षिण बस्तर (दंतेवाड़ा) के विकासखंड दंतेवाड़ा के भोगम और कुम्हाररास, विकासखंड गीदम के गुमदा, हरम, हितामेटा, मडसे, नागुल तथा उपेट, विकासखंड कटे कल्याण के बड़ेगुदरा एवं कटे कल्याण और विकासखंड कुआंकोंडा के गढ़मिरी तथा पालनार ग्राम पंचायत की अनुशंसा निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए की गई है। इसी प्रकार से जिला जशपुर के विकासखंड बगीचा के पंडरीपानी, विकासखंड दुलदुला के झारगांव, विकासखंड कांसाबेल के चोंगरीबहार, जुमईकेला, नकटीमुंडा, नरियाडांड़ और सगीभवाना, विकासखंड पत्थलगांव के कुनकुरी एवं मयूर नाचा, विकासखंड फरसाबहार के बाम्हनमरा तथा बोखी ग्राम पंचायत की अनुशंसा निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए की गई है।
बिलासपुर जिले के विकासखंड बिल्हा के खैरखुंदी, मोहारा और मुरकुटा, विकासखंड गौरेला के अंधियारखोर एवं ठेगाडांड़, विकासखंड कोटा के पंडरापथरा, विकासखंड मरवाही के मड़ई, विकासखंड मस्तुरी के ईरमसाही, विकासखंड तखतपुर के अमसेना तथा बोड़सरा ग्राम पंचायत के नाम राज्य निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए केंद्र सरकार को भेजे जाएंगे। इसी प्रकार से बालोद जिले के विकासखंड बालोद के बघमरा, भोथली और भोरखी, विकासखंड डौंडी के चिपरा एवं घोटिया, विकासखंड डौंडीलोहारा के तुरमुड़ा, विकासखंड गुंडरदेही के खुटेरी तथा मोहंदीपाट, विकासखंड गुरूर के भानपुरी एवं देवकोट के नाम की अनुशंसा इन पुरस्कारों के लिए की गई है। इस सूची में बेमेतरा जिले के विकासखंड बेमेतरा के अमोरा, बबामोहतरा, कंतेली, नारी और पेंडरीतराई, विकासखंड साजा के गाड़ाडीह, घिवरी एवं राखी, विकासखंड बेरला के बहेरा तथा खर्रा ग्राम पंचायतों के नाम भी शामिल हैं।
जिला धमतरी के विकासखंड धमतरी के देवपुर और रूद्री, विकासखंड कुरूद के चटौद एवं गातापार, विकासखंड मगरलोड के ढाबा तथा पाहंदा, विकासखंड नगरी के भीतररास और बीरगुड़ी ग्राम पंचायत की अनुशंसा राज्य सरकार ने निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए की है। इसी तरह से कोरिया जिले के विकासखंड बैकुंठपुर के करजी और रनाई, विकासखंड खड़गवां के दुबछोला, विकासखंड मनेंद्रगढ़ के बेलबाहरा, विकासखंड सोनहत के दमुंज एवं कुशहा, मुंगेली जिले के विकासखंड लोरमी के औराबांधा, विकासखंड पथरिया के चंदली और कलार जेवरा, विकासखंड मुंगेली के धनगांव (गो) तथा खुटीखाट/सुरीखाट, गरियाबंद जिले के विकासखंड छुरा के अकलवारा और पकतिया, विकासखंड देवभोग के बारबाहली, विकासखंड फिंगेश्वर के चरौदा, विकासखंड गरियाबंद के खरहारी एवं विकासखंड मैनपुर के जड़ापदर, बलौदाबाजार जिले के विकासखंड बलौदाबाजार के मुंडा, विकासखंड भाटापारा के मोपका, विकासखंड बिलाईगढ़ के सुतीउरकुली, विकासखंड कसडोल के खैरा, विकासखंड सिमगा के चंदेरी और झिरिया ग्राम पंचायतों के नाम अनुशंसित सूची में शामिल है।
दुर्ग जिले के विकासखंड धमधा के बसनी, विकासखंड दुर्ग के कोकड़ी और मतवारी, विकासखंड पाटन के अचानकपुर एवं ढौर, बस्तर जिले के विकासखंड बस्तर के बकेल और कुंगरपाल, विकासखंड तोकापाल के घाटधनोरा एवं कोंडालूर, बलरामपुर जिले के विकासखंड रामचंद्रपुर के भावरमल और डिंडो, विकासखंड वाड्रफनगर के तुंगवा, जांजगीर-चांपा जिले के विकासखंड बलोदा के बकसरा और हेदसपुर, महासमुंद जिले के विकासखंड बसना के मदनीपुर, विकासखंड सरायपाली के बीजातिपाली, सरगुजा जिले के विकासखंड बतौली के बोदा, सूरजपुर जिले के विकासखंड प्रतापपुर के गौरा, कोंडागांव जिले के विकासखंड कोंडागांव के राजागांव एवं बीजापुर जिले के विकासखंड बीजापुर के ईतपाल ग्राम पंचायत की अनुशंसा निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने भारत सरकार से की है।