अम्बिकापुर (निलय त्रिपाठी) समावेशी शिक्षा अंतर्गत दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए सकारात्मक वातावरण निर्मित करने हेतु विकास खंड स्तरीय कार्यक्रम में गुरुवार को कम उपस्थिति की वजह से कार्यक्रम सफल नहीं हो पाया। बतौली क्षेत्र के सभी स्कूलों में अध्यनरत दिव्यांग विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम में शामिल होना था लेकिन अंतिम समय तक बहुत ही कम उपस्थिति रही। इसके लिए बकायदा एक हफ्ते पहले से क्षेत्र के सभी स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों को सूचना प्रेषित की गई थी । दिव्यांगजनों के महत्वपूर्ण कार्यक्रमें के प्रति स्कूलों की यह बेरुखी समझ से परे है।
समावेशी शिक्षा के अंतर्गत दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए सकारात्मक वातावरण निर्मित करने हेतु विकास खंड स्तरीय कार्यक्रम गुरुवार को शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बतौली के प्रांगण में आयोजित किया गया था ।एक हफ्ते पहले से इस कार्यक्रम की सूचना सभी स्कूलों में भेजी गई थी ।क्षेत्र के पांच हायर सेकेंडरी और नौ हाई स्कूल में अध्ययनरत दिव्यांग विद्यार्थियों के अलावा प्राथमिक और मिडिल स्कूल के दिव्यांग विद्यार्थियों को कार्यक्रम में शामिल होना था। कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांगजनों में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आत्मविश्वास जागृत करना था। इसके अलावा सर्वांगीण विकास के लिए समुदाय को जागृत कर भागीदारी बनाने के अलावा बाधा रहित शिक्षा हेतु शाला को और उचित अध्यापन हेतु शिक्षकों को तैयार करने के लिए विभिन्न प्रकार की जानकारी देनी थी। इसके तहत शालाओं में रैंप बनवाना, मॉडिफाइड टॉयलेट बनवाने जैसी जानकारियां शामिल थीं।कार्यक्रम आयोजन के दौरान छात्र छात्राओं के बीच स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय सहित रंगोली और चित्रकला की प्रतियोगिता का भी आयोजन करना था। क्षेत्र में लगभग 301 दिव्यांग विद्यार्थी विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं में अध्ययनरत हैं।सभी को कार्यक्रम में शामिल होने सूचना प्रेषित की गई थी।सूचना प्राप्त होने के बाद भी स्कूलों की अरुचि के कारण कार्यक्रम में उपस्थित लगभग नगण्य रही।नेत्रहीन विद्यालय के 49 बच्चों के अलावा कुछ स्कूलों के 10 से 12 बच्चे शामिल हो पाए थे। कुल पंजीकरण साठ के लगभग रही है ।
गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रांगण में सबसे पहले आरबीएसके के चिकित्सक भरत पटेल के नेतृत्व में एक आकलन शिविर आयोजित किया गया जिसमें बच्चों से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां पूछी गई। चिकित्सक भरत पटेल ने बच्चों को स्वास्थ संबंधी आवश्यक जानकारियां भी दीं। आकलन शिविर के दौरान तीन बच्चे खुजली से भी ग्रसित पाए गए हैं। कान व हड्डी से संबंधित समस्याओं के लिए आवश्यक स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी गई है ।कुछ बच्चों को ऑपरेशन के लिए चिन्हांकित भी किया गया है। आने वाले समय में उन्हें शासन की विशेष योजना के तहत निशुल्क ऑपरेशन का लाभ दिया जाएगा । रंगोली चित्रकला प्रतियोगिता के माध्यम से भी छात्र छात्राओं में आत्मविश्वास जागृत करने का प्रयास किया गया।आयोजित कार्यक्रम में स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अशोक गुप्ता ,प्राचार्य सी आर मिरी, शिक्षक विजय विश्वकर्मा ,विजय बहादुर यादव ,स्कूल श्री बंजारे आदि उपस्थित रहे।