बलरामपुर (कृष्णमोहन कुमार) पुलिस ही नही कर रही पुलिस की मदद तो आम जनता किस्से उम्मीद करे, की समाज मे बढ़ रहे आपराधिक आकड़ो पर लगाम लग सके। दरसल बलरामपुर पुलिस लाइन में पदस्थ महिला आरक्षक सुखमनिया पैकरा ने विगत 13 दिसम्बर को बलरामपुर थाने में सूचना दी कि उसके स्टेट बैंक के खाते से अज्ञात लोगों को द्वारा एटीएम से पैसा निकालने के दौरान एटीएम कार्ड बदल कर उसके खाते से 5 लाख 86 हजार की राशि निकाल ली गई है,बावजूद इसके बलरामपुर थाने की पुलिस ने इस मामले में दिलचस्पी नही ली,और उक्त महिला आरक्षक को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करने का हवाला देकर वापस भेज दिया।
पुलिस अधीक्षक नही लेते संज्ञान तो एफआईआर भी नही होती…
पीड़ित महिला आरक्षक का आरोप है,की उसकी शिकायत पर सप्ताह भर बाद भी बलरामपुर थाने में अज्ञात आरोपियों पर मुकदमा तक दर्ज नही किया गया,इधर महिला आरक्षक ने 19 दिसम्बर की सुबह इस पूरे मसले को लेकर पुलिस अधीक्षक डी आर आँचला के समक्ष न्याय की गुहार लगाने पहुँच गई,सुखमनिया ने अपनी आप बीती पुलिस अधीक्षक को सुनाई।
वही सूत्रों की माने तो पुलिस अधीक्षक डी आर आँचला ने सवेदनशीलता का परिचय देते हुए उक्त मामले की जांच की कमान स्वयं सम्हालते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑप्स पंकज शुक्ला के साथ स्टेट बैंक की बलरामपुर शाखा पहुँचे,तथा बैंक अधिकारियों से एटीएम कार्ड बदल कर की गई ठगी की जानकारी बैंक अधिकारियों को दी,महिला आरक्षक के बैंक खाते और वर्तमान में महिला आरक्षक के पास मौजूद एटीएम कार्ड की जांच करवाई,जिसके बाद पुलिस अधिकारी वापस लौट आये,पुलिस अधीक्षक ने गम्भीर मामला दबाने,और इस मामले में त्वरित कार्यवाही नही करने पर थाना प्रभारी बलरामपुर को जमकर फटकार लगाई। सूत्र बताते है कि पुलिस अधीक्षक के निर्देश के बाद महिला आरक्षक की शिकायत पर बलरामपुर थाने में कल शाम अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध 420 का मामला पंजीबद्ध किया गया,
डी.आर.अचला एसपी बलरामपुर
इस सम्बन्ध में एसपी बलरामपुर डी.आर. अचला ने बताया की ऍफ़ आई आर में देर तो हुई है मुझे जैसे ही जानकारी मिली मैंने खुद मौके पर जाकर जांच की और ऍफ़आईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.. ऍफ़आईआर में देर होने की बता पर उन्होंने थाना प्रभारी को समझाईस देने की बात भी कही है..